ग्वालियर में 242 करोड़ तो दूर, 100 करोड़ भी नहीं पहुंचा संपत्तिकर वसूली का आंकड़ा

ग्वालियर में 242 करोड़ तो दूर, 100 करोड़ भी नहीं पहुंचा संपत्तिकर वसूली का आंकड़ा
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ग्वालियर। संपत्तिकर वसूली के मामले में नगर निगम अब फिसड्डी साबित हो रहा है। नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए संपत्तिकर वसूली का लक्ष्य 242 करोड़ रुपए तय किया था, लेकिन वित्तीय वर्ष की समाप्ति में अब सिर्फ एक दिन बाकी रह गया है और निगम का अमला मात्र लगभग 90 करोड़ रुपए की ही वसूली कर पाया है। दरअसल, 15वें वित्त आयोग से मिलने वाली करोड़ों रुपए की ग्रांट के लिए निगम को समाप्त होने जा रहे वित्तीय वर्ष में पिछले वर्ष के मुकाबले 10 प्रतिशत अधिक राजस्व वसूली करनी होगी। शनिवार देर शाम तक 90 करोड़ सम्पत्तिकर वसूली की जा सकी है। इनमें एक लाख 28 हजार लोगों की रसीदे काटी गई। संपत्तिकर विभाग मान रहा है कि आने वाले 1 दिन की वसूली में विभाग को लगभग 10 करोड़ मिलने पर 100 करोड़ की रिकार्ड राशि मिलने की उम्मीद बहुत कम है। निगम की राजस्व आय के सबसे बड़े हिस्से संपत्तिकर की वसूली का ग्राफ नीचे आना सबसे अधिक चिंता का विषय है।

यहां बता दे कि पिछले कई सालों से नगर निगम संपत्तिकर वसूली के मामले में अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर पा रहा है। इस वर्ष भी नगर निगम संपत्तिकर वसूली के मामले में फिसड्डी साबित होता नजर आ रहा है, जबकि वित्तीय वर्ष में संपत्तिकर वसूली का लक्ष्य 242 करोड़ रुपए रखा गया था। जिन अधिकारियों पर संपत्ति कर वसूली का जिम्मा है, वह पूरी साल चैन की नींद सोते हैं और जनवरी का महीना शुरू होने के साथ ही वसूली के लिए सक्रियता दिखाना शुरू करते हैं। शहर में तीन लाख के आसपास संपत्तियां हैं लेकिन नगर निगम के खाते में मात्र डेढ़ लाख के आसपास नामांकित हैं। करीब एक लाख लोग ऐसे हैं जो भूमि या भवन के मालिक हैं, लेकिन वे संपत्तिकर अदा नहीं करते हैं। दूसरी तरफ संपत्तिकर के बड़े बकाएदारों पर भी नगर निगम के अधिकारी शिकंजा नहीं कसते हैं।

-कुल सम्पत्ति कर देने वाले-3 लाख 10 हजार

-अभी तक 73993 संपत्तिकरदाताओं ने कर जमा किया।

-राज्य शासन की 25 हजार सम्पत्तियां

-एक लाख अवैध सम्पत्तियां, जिनसे निगम को कोई भी कर नहीं मिल रहा।

वसूली बढ़ाने करना होगी ये मशक्कत

-कॉलोनी वैध हो चाहे अवैध सभी से हो वसूली

-हर महीने पंजीकृत होने वाली सम्पत्तियों पर नजर

यह रहा वसूली का गणित

संपत्ति कर वसूली के आंकड़े

साल 2015 -16 मिला लक्ष्य-438269778

वसूली -233032611

साल 2017 -18 मिला लक्ष्य - 852855089

वसूली - 517923652

साल 2019 - 20 मिला लक्ष्य - 75000000

वसूली - 579459053

-2020-2021 मिला 104 करोड़ रुपए

वसूली 55 करोड़

-2021-2022- मिला लक्ष्य 200

वसूली-55 करोड़ 61 लाख

-2022-23- मिला लक्ष्य 242 करोड़

-वसूली 59 करोड़ 67 लाख

बाहरी तत्वों से कराई जाती है वसूली

क्षेत्रीय कार्यालय क्रमांक एक पर सनसनी खेज मामला उभरा था। जिसमें 65 लाख की वसूली कर संग्रहकों ने बाहरी तत्वों से करा ली थी। इन तत्वों को टैबलेट ऑपरेट करने के लिए अपने हिसाब से करसंग्रहक बगल बैठा लेते है फिर यही तत्व घर-घर जाकर वसूली करके पैसा अपने पास रखते है। इस कांड में छह कर संग्रहक निलंबित हुए थे तब अपनी नौकरी बचाने के लिए इन्हें अपनी जेब से 65 लाख की राशि निगम कोष में जमा करवाना पड़ी थी।

भवन निरीक्षक भी लगे

यदि टारगेट पूरा नहीं होता तो निगम को 15वें वित्त आयोग से करीब 50 करोड़ का अनुदान मिलना मुश्किल होगा। निगम ने संपत्ति कर शाखा की मदद करने के लिए भवन निरीक्षक और भवन अधिकारियों को भी लगा दिया है, जबकि यह पूरी जिम्मेदारी संपत्ति कर शाखा की है।

जलकर वसूूली 23 करोड़

जलकर वसूूली की बात करे तो अभी तक 23 करोड़़ 12 लाख की वसूूली शनिवार देेर रात तक हो पाई।

15वें वित्त आयोग का टारगेट

-पानी का 30 करोड़, संपत्तिकर का 112 करोड़ वसूली का लक्ष्य

-निगम का टारगेट

-पानी का 45 करोड़ और संपत्ति कर का 240 करोड़ का लक्ष्य

आज भी खुलेंगी जलकर और संपत्तिकर की सभी कैश विंडो

जलकर वसूली के लक्ष्य की पूर्ति एवं आम नागरिकों की सुविधा के लिए रविवार को अवकाश के दिन भी शहर की सभी जलकर और संपत्तिकर जमा करने वाली कैश विंडो खुली रहेगी।निगमायुक्त हर्ष सिंह ने बताया कि आम नागरिकों की सुविधा को देखते हुए रविवार 31 मार्च को जलकर और संपत्तिकर की कैश विंडो खुली रहेगीं। जिससे शहर के जलकर और संपत्तिकर को शहरवासी अवकाश के दिवस भी जमा कर सकेंगे।

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