रक्षाबंधन : बीज से बनी राखी बांधकर बहन करेगी भाई और पर्यावरण की रक्षा
ग्वालियर। रक्षाबंधन का त्योहार 30 अगस्त को मनाया जाएगा। यह त्योहार सावन मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाएगा। इस पर्व पर बहन अपने भाई के कलाई पर प्यार की डोर बांधेंगी। यह डोर प्यार के साथ पर्यावरण संरक्षण भी करेंगी। शहर में कई डिजाइन की राखियों के बीच सीड्स राखी भी आई हैं। ग्वालियर आर्ट गैलरी डायरेक्टर मोना शर्मा ने दूषित पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए नई राखियां इजाद की हैं। जिससे भाई के साथ बहन पर्यावरण को भी स्वच्छ रखने में अपना योगदान दे सकें। हर साल स्टोन, बीड्स, जरी आदि की बनी राखियां ही बांधते आएं हैं। लेकिन इस बार पर्यावरण और भाई दोनों को स्वच्छ रखने के लिए सीड्स राखी बांधेंगे।
राखी में लगे बीज से बनेगा पौधा भाई की बढ़ेगी आयु-
मोना बताती हैं कि राखी बांधने के दूसरे दिन राखी में लगे बीज को निकालकर उसे गमले में डालना होंगे। जैसे-जैसे बीज पौधा और पौधा से पेड़ बनेगा उसके तरह भाई की भी लंबी आयु होगी।
सीड्स राखी के जानें फ़ायदे-
लौकी सीड्स राखी
लौकी में अधिक मात्रा में सोडियम पोटैशियम, प्रोटीन, आयरन और विटामिन सी पाया जाता है। इसके सेवन से गैस, एसिडिटी की समस्या दूर होती है। पाचन तंत्र मजबूत होता है और वजन घटाने में भी मदद मिलती है। उसी तरह पौधे में लॉकी उगना शुरू होगी उसका सेवन करने से भाई भी स्वस्थ्य होगा।
भिंडी सीड्स राखी
भिंडी में विटामिन के, फोलेट और आयरन पाया जाता हैं। इन्हें प्राकृतिक पोषक तत्व माना जाता है जो एनीमिया के प्रबंधन में सहायता कर सकते हैं। यह हिमोग्लोबिन, लाल रक्त कण और रक्त में थक्का बनाने में मदद करता है। यह सभी एनीमिया से रक्षा कर सकते हैं। भाई को मिलेंगे प्राकृतिक पोषक तत्व ।
करेला सीड्स राखी
करेले में फाइबर के गुण पाए जाते हैं, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाता हैं। साथ ही यह अपच और कब्ज की शिकायत को दूर करता है। इसके सेवन से पाचन तंत्र होगा स्वस्थ्य।