बलिदानी दिनेश कुशवाह का सपना हुआ साकार
राम मंदिर का मॉडल
ग्वालियर। ग्वालियर के दिनेश कुशवाह का सपना था कि अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर बने। वे मंदिर तो नहीं देख सके क्योंकि उन्होंने एक गलत खबर सुनने के बाद 30 अक्टूबर 1990 को अपने प्राण त्याग दिए थे। उनका वह बलिदान अब सफल होने जा रहा है।
ग्वालियर नई सड़क स्थित राष्ट्रोत्थान भवन में रहने वाले एक समर्पित कार्यकर्ता दिनेश कुशवाह भी अयोध्या से एकात्म हो गए थे। उन्होंने अपनी मनस्थिति को सीधे अयोध्या की कारसेवा से जोड़ लिया था। बहुत ही भावुक मन के 28 साल के युवा दिनेश कुशवाह जब रेडियो के माध्यम से समाचार सुन रहे थे, तब बीबीसी की ओर से यह झूठा समाचार प्रसारित किया गया कि अयोध्या में कार सेवा नहीं हुई। चूंकि दिनेश कुशवाह अयोध्या से एकात्म हो गए थे, इसलिए इस झूठी खबर को सुनकर दिनेश कुशवाह का हृदय इतना आहत हुआ कि उन्हें अपना जीवन ही व्यर्थ लगने लगा। दिनेश कुशवाह ने भावावेश में आकर अपने प्राणों का उत्सर्ग कर दिया। एक बहुत ही अच्छा राम भक्त और राष्ट्र भक्त इस जगत से विदा हो गया था। श्री दिनेश कुशवाह उस समय ग्वालियर महानगर के प्रताप नगर में पूर्णकालिक के रूप में कार्य कर रहे थे। श्री कुशवाह का वह बलिदान अब सफल हुआ है क्योंकि पांच अगस्त को मंदिर के लिए भूमिपूजन होगा और इसके बाद कुछ ही वर्षों में अयोध्या में भव्य राम मंदिर दिखाई देगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मध्य भारत प्रांत के सह संपर्क प्रमुख सुरेन्द्र मिश्रा बुधवार को स्व. श्री कुशवाह के निवास स्थान जाकर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे।