न्यायालय के निर्देश पर जीवाजी विवि के कुलसचिव ने रैगिंग रोकने दिए आदेश

न्यायालय के निर्देश पर जीवाजी विवि के कुलसचिव ने रैगिंग रोकने दिए आदेश
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ग्वालियर। उच्च न्यायालय द्वारा रैगिंग की घटनाओं को रोकने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। इसी के चलते जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलसचिव अरूण सिंह चौहान ने रैगिंग रोकने के लिए वर्तमान उपायों के साथ व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ बनाने के लिए विवि के विभागाध्यक्ष, निदेशक, समन्वयक, प्राचार्य एवं चीफ वार्डन को आदेश जारी किया है। आदेश में उन्होंने कहा है कि सीनियर एवं जूनियर छात्रों का सम्मिलित ओरियेंटेशन प्रोग्राम आयोजित कराया जाए। जिसे संस्थान प्रमुख, विभागाध्यक्ष एवं एन्टी रैगिंग कमेटी के द्वारा संबोधित किया जाए। सीनियर एवं जूनियर छात्रों के बीच समन्वय एवं मित्रता स्थापित करने, शिक्षक की उपस्थिति में समय-समय पर विभागाध्यक्ष द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं खेल गतिविधियां आयोजित कराई जाएं। उसका पालन प्रतिवेदन विभागाध्यक्ष द्वारा रैगिग रोधी प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी को प्रेषित किए जाए। छात्रावास वार्डन द्वारा सीनियर एवं जूनियर छात्रों के मित्रवत रहने के लिए समय-समय पर साथ में भोजन करना एवं उन्हे संबोधित करना सुनिश्चित करें। इससे फ्रेशर एवं अन्य जूनियर छात्र-छात्राओं का आत्मविश्वास एवं उनमे मेल-जोल बना रहे।

इन नियमों का पालन करने के भी दिए आदेश

  • - फ्रेशर विद्यार्थियों की समस्याओं का निदान करनें फ्रेशर बैच के छोटे-छोटे समूह बनाकर प्रत्येक समूह का प्रभारी विभाग के एक शिक्षक को बनाएंगे। इसमें प्रत्येक समूह प्रभारी एक डायरी संधारित करेंगे कि समूह के किस छात्र-छात्रा द्वारा प्रभारी से कब संपर्क किया गया एवं समूह प्रभारी द्वारा समूह से कब से संपर्क नहीं किया गया एवं किस छात्र-छात्रा द्वारा प्रभारी को किस समस्या से अवगत कराया गया। उक्त रिपोर्ट प्रतिमाह के अंतिम सप्ताह में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे ।
  • - छात्रावास में रैगिंग रोकने वर्षभर निगरानी की व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जाना है, इसके लिए अंतर्गत प्रवेश एवं निकास पंजी का नियमित रूप से संधारित किया जाए। साथ ही छात्रावास वार्डन उक्त पंजी प्रतिमाह के अंतिम सप्ताह में रैगिंग निरोधी प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी के अवलोकन के लिए भेजी जाए।
  • - इस आदेश के जारी होने के 7 दिवस के अंदर विभागाध्यक्ष, निदेशक, प्राचार्य, समन्वयक अपनी-अपनी अध्ययनशालाओं में छात्रों, पालकों एवं समस्त शिक्षकों के साथ विचार विमर्श बैठक आयोजित कर अधिकारी, रैगिंग निरोधी प्रकोष्ठ को भेजना सुनिश्चित करेंगे।
  • - विभागाध्यक्ष, निदेशक, प्राचार्य, समन्वयक अपनी-अपनी अध्ययनशालाओं के छात्रों के पालकों को सूचित करेंगे कि उनके संज्ञान में आने वाली रैगिंग की घटना को तत्काल जीवाजी विवि के कुलानुशासक एवं नोडल अधिकारी, रैगिग निरोध प्रकोष्ठ, एंटी रैगिंग कमेटी के किसी भी सदस्य, विभागाध्यक्ष, चीफ हॉस्टल वार्डन, हॉस्टल वार्डन को अवगत कराएं। इससे एंटी रैगिंग कमेटी द्वारा तत्काल कार्रवाई की जा सके।

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