जल्दबाजी में बनाई सड़क, सीवर-पानी भूले तो उखाड़ी, अब गहरा गड्डा दे रहा मौत को दावत

ग्वालियर,न.सं.। डामरीकरण से जनता को बदहाल सडक़ों से मुक्ति तो मिली लेकिन बिना योजना हुए लाखों रुपए के काम में अब रुपयों की बर्बादी भी हो रही है। दरअसल शहर में सडक़ों पर डामरीकरण करते समय सीवर लाइन के चैंबरों को दबा दिया गया था। अब सडक़ों को खोदकर उन्हें निकाला जा रहा है और फिर से डामर गिट्टी से लेवल मिलाया जा रहा है। ऐसा करते समय आसपास पत्थर रखे जा रहे हैं जिसे लेकर किसी तरह का कोई संकेतक भी नहीं लगाया जा रहा। ऐसा कर ठेकेदार हादसों को आमंत्रण दे रहा है लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे।
शहर के शिन्दे की छावनी की नौगजा रोड़ दो माह पूर्व ही बनाई गई थी। जिसके निर्माण करने वाले ठेकेदार द्वार रोड़ पर बने चेम्बरों को डामर से ढक दिया गया था। जब चेम्बरों की सफाई के लिए चेम्बरों के ऊपर व आस पास की डामर को हटाना पड़ा, जिस कारण चेम्बरों पर एक से आधा फीट के गहरे गड्डे हो गए थे, जब स्वदेश ने प्रमुखता से इस खबर को छापा तो उन गड्डों को दुरूस्त कर दिया गया था। परन्तु रोड़ के चेम्बरों घटिया मटेरियल से दुरस्त किया गया। अब पुन: रोड़ पर गड्डे हो रहे है। साथ ही चेम्बर भी चौक हो रहे है जिस कारण रोड़ पर दिन भर सीवर का पानी भरा रहता है, जिस के चलते वहा से पैदल गुजरने वाले राहगीर सीवर के गंदे पानी के कारण उन्हे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
यहां बता दे कि जुलाई माह में युृवा पत्रकार अतुल राठौर की मौत मल्लगढ़ा में एक खुले चेम्बर में गिरने से हो गई थी। फिर भी नगर निगम के आलाधिकारियों ने कोई सबक नही लिया है। यदि वक्त रहते इन सडक़ों व चेम्बरों क ो ठीक नही किया गया तो कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
आस-पास रख दिए बड़े बड़े पत्थर
चेम्बरों पर गडडे हो जाने के कारण चेम्बर में पानी भरा होने के कारण स्थानीय लोगों ने चेम्बरों के आसपास बड़े-बड़े पत्थर रख दिए ताकी वाहन चालक दुर्घटना से बच सके। नदी गेट के शान शौकत के सामने वाली सडक़ पर भी कई गड्डे हो गए है। जिससे वहां से गुजरने वाले वाहन चालको के साथ कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है। यह रोड़ शहर की व्यस्तम रोड़ में से एक है। रोड से रात मे भारी वाहन शहर के बहोड़ापुर स्थित ट्रांसपोर्ट नगर के लिए गुजरते है यदि इन गड्डों को जल्दी नही भरा गया तो कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
सडक़ बनाते समय नहीं रखा जाता ध्यान
-ठेकेदार द्वारा डामर की सडक़ बनाते समय चेम्बरों का बिलकुल भी ध्यान नहीं रखा जाता है। जिसके चलते सडक़ बन जाने के बाद चेम्बरों की सफाई के लिए सडक़ को खोदना पड़ता है। ऐसे में यह चेम्बर नीचे की तरफ धंस जाते है और वाहन चालक इनमें गिरका चोटिल होते है।
निगमायुक्त ने दिए थे निर्देश
जुलाई माह में पत्रकार अतुल की मौत के बाद निगमायुक्त ने सभी चेम्बरों के ढक्कन ठीक व चेम्बरों को बंद करने के निर्देश दिए थे। उस समय चेम्बरों को बंद भी किया गया और उनके ढक्कन भी ठीक किए गए, लेकिन एक बार फिर से चेम्बरों के ढक्कन जर्जर हो गए है। साथ ही कई जगह तो चेेम्बर खुले पड़़े हुए है।