मुख्यमंत्री ने जिलाधीश से कहा, गौशाला की पूरी रिपोर्ट बनाकर भोपाल भेजें
ग्वालियर,न.सं.। गौमाता की सेवा और सरंक्षण के लिए सोमवार को सन्त महात्मा मुरार सर्किट हाउस पहुंचे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द सिंह तोमर, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभाद झा, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वन टू वन सन्तों के साथ बैठकर गौमाता के सरंक्षण के लिए सन्तों द्वारा न केवल ग्वालियर गौशाला के लिए मांगपत्र पर चर्चा की। बल्कि प्रदेश की सड़कों पर निराश्रित 7 लाख गौवंश के सरंक्षण के लिए 1400 करोड़ के फंड को जुटाने के लिए दूसरे राज्यों द्वारा किए गए प्रयासों से भी अवगत कराया। इस दौरान श्रीकृष्णायन देशी गौरक्षा शाला के सन्त स्वामी ऋषभ देवानन्द, स्वामी पंकजानन्द, स्वामी अमृतानन्द, स्वामी कुष्णानन्द के साथ पूर्व साडा अध्यक्ष राकेश जादौन मौजूद रहे।
इस दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी बिंदुओं पर विस्तृत रिपोर्ट बनाकर भेजने के निर्देश जिलाधीश कौशलेंद्र विक्रम सिंह को दिए। वहीं शहर से बाहर गौशाला शिफ्ट के लिए निगमायुक्त सन्दीप माकिन को बजट आदि के लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। वहीं केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने सन्तों को आश्वासन दिया कि गौशाला में बायो सीएनजी प्लांट के लिए वह प्रयास करेंगे, इसके लिए सन्तजन जब आवश्यक हो दिल्ली में चर्चा कर सकते हैं। वहीं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी गौमाता के सरंक्षण के लिए हर सम्भव प्रयास करने का आश्वाशन दिया। चर्चा के दौरान संतों ने वरिष्ठ नेताओं को बताया कि नगर निगम द्वारा प्रदेश की सबसे बड़ी गौशाला का संचालन श्रीकृष्णायन देशी गौरक्षा शाला के सन्त महात्माओं के प्रबंधन से किया जा रहा है। जिसमें शहर में छोड़ी गए निराश्रित गौवंश करीब 7500 का सरंक्षण किया जा रहा है, जिस पर शहर में प्रबंधन करने पर करीब 60 रुपए व्यय होने से वर्ष में करीब 15 करोड़ तक का व्यय हो रहा है। उक्त व्यय में 5 से 7 करोड़ की बचत आसानी से की जा सकती है, इसके लिए कुछ कार्य के लिए इच्छाशक्ति की बहुत जरूरत हैं।