मध्यप्रदेश के रण में शिवसेना की नजर, उद्धव ने बेटे आदित्य को सौंपी जिम्मेदारी
ग्वालियर। मध्यप्रदेश की 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में बसपा के बाद अब शिवसेना भी भाजपा-कांग्रेस को चुनौती देने के मूड में है। प्रदेश में होने वाले उपचुनाव के सहारे शिवसेना मध्यप्रदेश में अपने पैर पसारने की तैयारी में जुट गई है। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने इसकी जिम्मेदारी अपने पुत्र व मंत्री आदित्य ठाकरे को दी है। शिवसेना का फोकस प्रदेश के उन जिलों की विधानसभा सीटों पर है जिसकी सीमा महाराष्ट्र से लगती है।
सर्वे करवा रही है पार्टी सूत्रों की मानें तो आदित्य ठाकरे की टीम मध्य प्रदेश में सर्वे कर रही है इसके बाद तय किया जाएगा कि 28 में से कितनी सीटों पर पार्टी को उम्मीदवार उतारने चाहिए। शिवसेना के बड़े नेता की मानें तो बिहार और मध्य प्रदेश में पार्टी प्रत्याशी उतारेगी इस बारे में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और उनके पुत्र आदित्य ठाकरे समेत प्रदेश से जुड़े नेताओं के बीच बातचीत हो चुकी है।
मालवा-निमाड़ पर फोकस शिवसेना की नजर मालवा-निमाड़ की सीटों पर है। यह क्षेत्र महाष्ट्र की सीमा से जुड़ा है। यहां मराठी वोटर्स भी अच्छी खासी संख्या में है। इसी को देखते हुए शिवसेना मालवा-निमाड़ की सीटों आगर, हाटपिपलिया, नेपानगर, सांवेर, मांधाता, बदनावर और सुवासरा में सर्वे भी करा रही है। इसके साथ-साथ ही शिवसेना का नजर ग्वालियर-चंबल की भी कुछ सीटों पर है। ग्वालियर-चंबल में भाजपा-कांग्रेस के अलावा अन्य को भी अच्छी संख्या में वोट मिले थे। सूत्रों की मानें तो उद्धव ठाकरे की मंशा चुनाव जीतने की जगह पार्टी का संगठन खड़ा करने और उसकी मजबूती को लेकर है। उपचुनाव से यह पता चल जाएगा पार्टी का जमीनी आधार कितना है और यहां पर कितनी मेहनत करनी है। बड़े नेता कर सकते हैं प्रचार सूत्रों की मानें तो उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करने के लिए शिवसेना के नेता मध्य प्रदेश की जमीन पर नजर आ सकते हैं। इसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे उनके बेटे आदित्य ठाकरे और प्रवक्ता संजय राउत समेत कई बड़े चेहरे शामिल हो सकते हैं।