01 माह में शहरवासियों ने चलाई 13693 किमी साईकिल, 3423 किग्रा कार्बन उत्सर्जन में आई कमी
ग्वालियर। शहर में पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए स्मार्ट सिटी की पब्लिक बाइक शेयरिंग योजना मील का पत्थर साबित हो रही है। कोरोना संक्रमण के चलते जिम व पार्क बंद होने की स्थिति में सेहत के प्रति जागरूक लोगों ने स्मार्ट सिटी की पब्लिक बाइक शेयरिंग को व्यायाम के विकल्प में रूप में अपनाया है। साथ ही टेम्पो, बस आदि में संक्रमण के ख़तरे को देखते हुए भी लोग अपनी सुरक्षा हेतु भी पब्लिक बाईक शेयरिंग से जुडकर साइकल को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बना रहे हैं। 4 सितंबर 2019 को शहर में यह योजना शुरू हुई थी। जिसेक बाद से आम लोगों द्वारा इसे काफी पसंद किया गया है।
स्मार्ट सिटी की सीईओ जयति सिंह ने बताया की कोरोना महामारी में आम लोगो की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्मार्ट सिटी ने पब्लिक बाईक शेयरिंग के उपयोग से जुड़े कुछ जरुरी बदलाव किये हैं। जिसके तहत जिन क्षेत्रों को कन्टनमेंट जोन घोषित किया गया है, अब वहाँ के डॉकिंग स्टेशन से ना ही साइकिल मिलेगी और ना ही साईकिल छोडने का प्रावधान रहेगा।इस के साथ ही कन्टनमेंट जोन में साईकिल ले जाना भी वर्जित कर दिया गया है। उन्होने बताया कि पब्लिक बाइक शेयरिंग के डॉक स्टेशन एवं साइकिलों को रोजाना सैनीटाइज़ किया जा रहा हैं।
अनलॉक 1 व 2 के दौरान 1 जुन से 7 जुलाई तक के आंकडो पर नजर डाले तो इस अवधि में लगभग 1756 लोगो नें पब्लिक बाईक शेयरिंग के एप को डाउनलोड किया है एवं 20093 लोगो नें साईकिल चलाई है जिससे अभी तक लगभग 13693.53 किलोमीटर की राईडस शहर के लोग कर चुके है। पर्यावरण की दृष्टि से भी यह योजना काफी लाभकारी है, जिसमें शहर से 3423.38 किलोग्राम कार्बन के उत्सर्जन में कमी आई है।