स्मार्ट सिटी परियोजनाओं का लाभ शहरवासियों को मिले : कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह
ग्वालियर। ग्वालियर में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत जो कार्य किए गए हैं उसका लाभ जनता को मिले, इसके लिये प्रोजेक्टों को शीघ्र पूर्ण कर जनता के लिये प्रारंभ किए जाना चाहिए। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट तभी सार्थक सिद्ध होंगे, जब जनता को उसका बेहतर लाभ मिलने लगेगा। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने सोमवार को स्मार्ट सिटी के तहत ग्वालियर में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक में यह बात कही।
मोतीमहल के कमांड कंट्रोल सेंटर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री संदीप माकिन, सीईओ स्मार्ट सिटी श्रीमती जयति सिंह, अपर कलेक्टर श्री अनूप कुमार सिंह सहित विभागीय अधिकारी और स्मार्ट सिटी के तकनीकी अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत किए जा रहे कार्यों को नोवेल कोरोना वायरस के कारण जो विलम्ब हुआ है उसे अब तेजी के साथ किया जाना चाहिए। इसके साथ ही केन्द्र सरकार और मध्यप्रदेश सरकार के माध्यम से प्रोजेक्टों को मिली धनराशि के अतिरिक्त ग्वालियर स्मार्ट सिटी को अपने प्रोजेक्टों के विकास एवं संचालन के लिये भी धनराशि एकत्र करने की दिशा में तेजी से कार्य करने की आवश्यकता है।
कलेक्टर सिंह ने स्मार्ट सिटी के द्वारा ग्वालियर में किए जा रहे सभी प्रोजेक्टों के संबंध में विस्तार से जानकारी ली और समझा। उन्होंने कहा कि स्मार्ट क्लासरूम के प्रोजेक्ट में और कार्य करने की आवश्यकता है। इस प्रोजेक्ट में स्मार्ट क्लासरूम के साथ-साथ स्मार्ट स्कूल और प्राथमिक विद्यालयों और आंगनबाड़ी केन्द्रों को भी आदर्श स्थापित करने की दिशा में काम करना चाहिए। वन सिटी वन एप के संबंध में कलेक्टर ने कहा कि महिला सुरक्षा के लिये एप में जो मॉड्यूल है उसमें पुलिस के 100 डायल को भी संबद्ध किया जाना चाहिए। इसके साथ ही एप के माध्यम से शहरवासियों को टैक्सी और होटल बुकिंग की सुविधा भी मिल सके, ऐसे प्रयास किए जाना चाहिए।
उन्होंने कहा की स्मार्ट सिटी द्वारा शहर में विकसित किए गए उद्यान जनता के लिये उपयोगी बनें, इसके साथ ही उद्यानों की देखरेख भी निरंतर की जाना चाहिए। ग्वालियर के हृदय स्थल महाराज बाड़ा के विभिन्न ऐतिहासिक भवनों पर फसाहट लाईट का जो कार्य किया जाना है उसे तत्परता से किया जाना चाहिए। कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने आगे कहा कि स्मार्ट सिटी के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय बस स्टेंड निर्माण का जो प्रोजेक्ट है उसे भी प्राथमिकता के साथ किया जाना चाहिए। इसके लिये भूमि आवंटल एवं अन्य जो प्राथमिकता हैं उसे तत्परता से पूर्ण किया जायेगा। स्मार्ट सिटी के माध्यम से इंटरसिटी एवं अंतर्राज्यीय बस सेवा के कार्य को भी प्राथमिकता से किया जाए। इसके माध्यम से शहरवासियों को बेहतर यातायात उपलब्ध हो सकता है।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि शीघ्र ही स्मार्ट सिटी द्वारा किए जा रहे कार्यों का अवलोकन भी करेंगे और कार्यों को तेजी से किस प्रकार पूर्ण किया जा सकता है उसके लिये सभी विभागों के समन्वित प्रयास से कार्य करेंगे। बैठक में सीईओ स्मार्ट सिटी श्रीमती जयति सिंह ने बताया कि ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा 11 मॉड्यूल के तहत 71 प्रोजेक्टों पर कार्य किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी की कुल परियोजना 2250 करोड़ रूपए की है। स्मार्ट सिटी के माध्यम से खेल मैदान, उद्यान विकास, परिवहन, हैरीटेज के साथ-साथ शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है।