आकृति कंकण कृति में दिखाई देगा सूर्यग्रहण
ग्वालियर, न.सं। आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि दिन रविवार, 21 जून को मृगशिरा नक्षत्र मिथुन राशि में सूर्य ग्रहण पूरे देश में दिखाई देगा। कुछ स्थानों पर सूर्य की आकृति कंकण कृति में दिखाई पड़ेगी, इसके चलते इसे खंडग्रास सूर्यग्रहण कहा जाएगा।
ज्योतिषाचार्य पं. रवि शर्मा के अनुसार 21 जून रविवार को सूर्य ग्रहण सुबह 10.20 से शुरू होगा और इस ग्रहण की समाप्ति दोपहर 1.48 मिनट पर हो जाएगी। इस तरह से इस ग्रहण की कुल अवधि 03 घण्टे 28 मिनट होगी। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले शुरू होगा जो 20 जून की रात्रि 10.20 बजे शुरू होगा।
सूतक काल में क्या न करें-
सूतक काल में गर्भवती महिलाएं एक तो घर से बाहर नहीं निकले। साथ ही चाकू एवं छुरी का उपयोग भी नहीं करें। माना जाता है कि इसका सीधा असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर होता है। इस दिन केवल भगवान का मनन व चिंतन करें। अपने धारण किए मंत्रों को सिद्ध करें। पके हुए भोजन में तुलसी के पत्ते और डाब कुशा डालकर रख सकते हैं।
ग्रहण का राशियों पर फल-
यह ग्रहण मेष, सिंह, कन्या और मकर राशि वालों के लिए शुभ है। वृष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, धनु, कुंभ और मीन राशि वाले लोगों को सावधान रहना होगा। इसमें वृश्चिक राशि वालों को विशेष ध्यान रखना होगा। कंकण आकृति ग्रहण होने के साथ ही यह ग्रहण रविवार को होने से और भी प्रभावी हो गया है। इस सूर्य ग्रहण के दौरान स्नान, दान और मंत्र जाप करना विशेष फलदायी रहेगा। ग्रहण के अशुभ फल से बचने के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जप करें।