गुरू पूर्णिमा: मंदिरों में उमड़ी भीड़, गुरूओं ने शिष्यों को दिया आर्शीवाद
ग्वालियर। गुरूपूर्णिमा सोमवार को मनाई जा रही है। भगवान के दर्शन और पूजा के लिए सुबह से ही मंदिरों में लंबी कतारें लगी हुई हैं। मंदिरों में भगवान का विशेष श्रृंगारकर पूजा की गई। यह त्योहार अपने गुरू के प्रति आस्था और प्रेम भाव प्रकट करने का होता है। इसलिए शिष्यों ने आध्यात्मिक गुरूओं का पूजन कर आर्शीवाद भी लिया। इस अवसर पर शहर के साईं मंदिर,गिर्राज मंदिर,अचलेश्वर,लक्ष्मीनारायण मंदिर,द्वारिकाधीश मंदिर,संकट मोचन हनुमान मंदिर आदि पर श्रृद्वालु दर्शन करने पहुंचे। वहीं गंगादास की बड़ी शाला और अण्णा महाराज मठ में पूजा का आयोजन किया गया।
गिर्राज मंदिर-
सुबह 4 बजे से ही श्रृद्वालू ने परिक्रमा लगाईं। कृष्णा, कृष्णा नाम जपते हुए परिक्रमा के साथ माखन मिश्रि का भोग लगाकर पूजन किया। इंदरगंज स्थित गिर्राज में मंदिर में श्रृद्वालुओं को दर्शन में दिक्कत न आए साथ ही ट्रेफिक जाम न हो इसके लिए पुलिस द्वारा विशेष इंतजाम किए गए। मुरार स्थित गिर्राज मंदिर में प्रसाद वितरण का कार्यक्रम दिनभर से चलता रहा।
सांईबाबा मंदिर में लगा भोग-
फूलबाग स्थित साईंबाबा मंदिर विकास नगर में छप्पन भोग लगाया गया। फूलबंगला सजाया गया। सुबह कांगडा आरती कर सवा क्विंटल दूध से रूद्राभिषेक किया गया। शाम में भजन संध्या के साथ ही श्रृद्वालुओं ने दर्शन किए। लंबी कतार में लगकर साईं भक्तों ने दर्शन किए।
विद्यालयों में गुरूपूर्णिमा मनाई-
गुरू शिष्य की परंपरा भारत में सदियों से चली आ रही है। खास तौर पर विद्यालयों में शिक्षक को विद्यार्थियों ने पुष्प और मिठाई से सम्मानित किया। साथ ही कोचिंग संस्थानों पर भी विद्यार्थियों ने अलग-अलग तरह से शिक्षकों के सम्मान में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।