परीक्षा पास आते ही विद्यार्थी होने लगे हैं तनाव का शिकार
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ग्वालियर, न.सं.। बोर्ड परीक्षा शुरू होने में अब कुछ ही दिन बचे है और परीक्षाओं के लिए विद्यार्थी तैयारियों में जुटे हुए हैं। ऐसे में एक परीक्षा की तारीख पास आते ही विद्यार्थी अक्सर तनाव का शिकार होने लगते हैं। जैसे-जैसे परीक्षा नजदीक आती है, वह अच्छे रिजल्ट और कोर्स कंप्लीट करने की वजह से चिंता से घिरने लगते हैं। खासकर कमजोर बच्चे इस दौरान अधिक दबाव महसूस करते हैं। परिवार और शिक्षकों की उम्मीदें भी कई बार बच्चों में तनाव का कारण बन जाती है। ऐसे में मनोरोग विशेषज्ञों का कहना है कि परीक्षा के दौरान तनाव को दूर करने के लिए पर्याप्त नींद लें और नियमित व्यायाम भी करें। जिससे तानव को दूर किया जा सकता है।
दरअसल एमपी बोर्ड की 10 वीं की परीक्षा 1 मार्च से और 12 वीं की परीक्षा 2 मार्च से शुरू हो रही हैं। इसलिए विद्यार्थी भी परीक्षा की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
जयारोग्य मनोरोग विभागाध्यक्ष डॉ. अतुल अग्रवाल का कहना है कि कई विद्यार्थी ऐसेे होते हैं जिन्हें अक्सर परीक्षा की तैयारी करते हुए यह समझ नहीं आता है कि वह कहां से शुरुआत करें। ऐसे में समय बीतने के साथ ही बच्चों में तनाव भी बढ़ता जाता है। इसलिए परीक्षा की तैयारी करने से पहले एक टाइम टेबल जरूर बनाएं। टाइम टेबल को फॉलो करने से आप आराम से अपनी पढ़ाई भी कर पाएंगे और आपका आत्मविश्वास भी बना रहेगा।
रिवीजन शुरू करें
10वीं-12वीं बोर्ड की परीक्षाओं से पहले स्कूल जल्द ही सिलेबस खत्म कर देता है। ऐसे में परीक्षा से पहले विद्यार्थियों को रिवीजन का काफी समय मिल जाता है। अगर आप परीक्षा से होने वाले तनाव को दूर रखना चाहते हैं, तो समय का उपयोग करते हुए रिवीजन शुरू कर दें, ताकि परीक्षा की तारीख नजदीक आने पर आपको घबराहट या तनाव महसूस ना हो।
समय-समय पर लें ब्रेक
पढ़ाई के लिए अपना टाइम टेबल बनाते समय यह जरूर ध्यान रखें कि इसमें समय- समय पर ब्रेक भी शामिल हो। लगातार पढ़ाई करने से आपकी एकाग्रता में दिक्कत होती है और साथ ही यह आपको शारीरिक और मानसिक तकलीफ भी दे सकती है। इसलिए जरूरी है कि पढ़ाई के समय आप बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें, ताकि मानसिक तनाव फिर कम हो और आप रुचि के साथ पढ़ाई कर सकें।
पर्याप्त नींद लें
मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. अतुल अग्रवाल का कहना है कि अक्सर परीक्षा के तनाव के चलते बच्चे रात भर जाग कर तैयारी करते हैं। लेकिन ऐसा करना आपकी सेहत के लिए काफी हानिकारक हो सकता है। यह न सिर्फ आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, बल्कि आपकी मानसिक स्थिति पर भी असर डालती है। इसलिए कोशिश करें कि परीक्षा की तैयारी करते समय 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें, ताकि आपका माइंड फ्रेश फील कर सकें।
शारीरिक गतिविधि भी जरूरी
अक्सर परीक्षा की तैयारी करते समय बच्चे अपना एक फिक्स शेड्यूल तय कर लेते हैं, जिसकी वजह से वह सिर्फ पढ़ाई में ही लगे रहते हैं। लेकिन अगर आप तनाव के बिना परीक्षा की तैयारी करना चाहते हैं, तो यह जरूरी है कि आप शारीरिक और मानसिक तौर पर एक्टिव रहें। इसलिए परीक्षा की तैयारी करने के साथ ही कोशिश करें कि आप पर्याप्त धूप लें और शारीरिक गतिविधि जैसे व्यायाम, एक्सरसाइज, वॉकिंग आदि भी करते रहें। साथ ही स्वस्थ आहार का भी सेवन करें।
शहर में 92 परीक्षा केंद्र पर होगी परीक्षा
बोर्ड परीक्षा के लिए जिले में 92 परीक्षा केंद्र निर्धारत किए गए हैं। इनमें से 45 सामान्य, 41 संवेदनशील और 6 अतिसंवेदनशील हैं। संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील सभी परीक्षा केंद्रों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। परीक्षा सुबह की पाली में 9 से 12 बजे तक होगी। प्राचार्यों को निर्देश दिया गया है कि किसी भी केंद्र पर छात्र टाट पट्टी पर न बैठें। जहां फर्नीचर नहीं है, वहां फर्नीचर की व्यवस्था करें।