जितने दिन थाने में रहा उतने दिन रहा निलंबित, फिर करने लगा नौकरी
ग्वालियर,न.सं.। जिस रेलवे कर्मचारी को रेलवे के आरपीएफ ने पटरी चोरी के मामले में गिरफ्तार किया था, वह आज बेखौफ होकर उसी स्थान पर ड्यूटी कर रहा है, जहां पर उसने रेलवे की पटरी चोरी करवाई थी। इस पूरे मामले की जानकारी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को भी है। लेकिन जमानत पर छूटे आरोपी की पहुंच ऊपर तक है। जिसके चलते कोई भी वरिष्ठ अधिकारी उसके ऊपर सीधे कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। इतना ही नहीं जिस दिन से आरोपी जमानत पर छूटा है उसी दिन से पटरी चोरी के मामले में गवाही देने वालों को भी अपनी जान का
खतरा बना हुअ है। यहां बात दे कि बीते माह सिथौली रेलवे स्टेशन के पास रेलवे की पटरी चोरी के मामले में आरपीएफ ने मुख्य सरगना मलखान सिंह गुर्जर को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था। दो दिन की पूछताछ के बाद जब आरोपी को दुबारा पेश किया, तो न्यायालय ने उसे जमानत पर रिहा कर दिया था। आरोपी की जमानत होने पर रेलवे प्रशासन ने आरोपी के खिलाफ झांसी रोड़ थाने में मामला दर्ज कराया है। झांसी रोड थाने में आरोपी के खिलाफ 473, 465 के तहत मामला दर्ज किया गया था। लेकिन झांसी रोड में मामला दर्ज होने के बाद भी जमानत पर रिहा रेलवे का प्वाइंट मेन मलखान सिंह गुर्जर गुरुवार को सिथौली में नौकरी करता नजर आया है।
आरोपी को संरक्षण दे रहे है अधिकारी
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को मलखान सिंह गुर्जर के बारे में पूरी जानकारी है। लेकिन उसके बाद भी आरोपी को बहाल कर नौकरी पर वापस बुला लिया। मंडल परिचालक प्रबंधक डीके जैन ने 10 जुलाई को आरोपी को निलंबित कर दिया था। सूत्रों की मानें तो आरोपी पहले से ही छुट्टी पर था। छुट्टी के दौरान ही आरोपी को निलंबित कर दिया।
यूनियन की आड़ में करी थी पटरी चोरी
रेलवे का प्वाइंट मेन मलखान सिंह रेलवे मैंस यूनियन ग्वालियर सह सचिव पद पर है। मलखान ने इसी पद की आड़ में सिथौली यार्ड का मैनेजर बताकर रेलवे की पटरियों को कटवाकर बेच डाला।
इनका कहना है
आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज है। आरोपी की तलाश जारी है, जल्द ही पकड़ा जाएगा।
रमेश शाक्य झांसी रोड थाना प्रभारी