हरी कथा, मिलाद गायन के साथ शुरू हुआ तानसेन समारोह, कुल 8 सभाएं होंगी आयोजित
ग्वालियर। संगीत की नगरी ग्वालियर में पांच दिवसीय भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में सर्वाधिक प्रतिष्ठित महोत्सव "राष्ट्रीय तानसेन समारोह" का शुभारम्भ आज शनिवार को संत श्री ढोली बुआ महाराज की हरी कथा और चादरपोशी के साथ प्रारम्भ हुआ।
इस समारोह में कुल 8 संगीत सभाओं का आयोजन होगा। पहली 7 सभाएं सुर सम्राट तानसेन की समाधि पर आयोजित होंगी। समारोह की आखिरी सभा सुर सम्राट तानसेन की जन्मस्थली बेहट में सजेगी। में देश और विदेश संगीतकार अपना हुनर दिखाएंगे।
पांच दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का शुभारम्भ सुबह 10 बजे पारंपरिक रूप हुआ। इसमें स्थानीय कलाकारों ने मिलाद गायन पेश किया। अब शाम 4 बजे हजीरा स्थित तानसेन समाधि परिसर में आकर्षक मंच पर विधिवत शुभारम्भ होगा। आगामी 30 दिसम्बर तक ग्वालियर सहित देश और दुनियाभर के संगीत रसिक पांच दिनों तक सुर, ताल व राग की बारिश में सराबोर रहेंगे। शुभारम्भ समारोह में इस साल के राष्ट्रीय तानसेन अलंकरण से विख्यात संतूर वादक पं. सतीश व्यास को विभूषित किया जाएगा। वहीं, संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहीं संस्थाओं को दिया जाने वाला राष्ट्रीय राजा मानसिंह तोमर सम्मान अभिनव कला परिषद संस्था भोपाल को प्रदान किया जाएगा।