गांवों में खेती के तकनीकी ज्ञान को हर किसान तक पहुंचाना होगा
ग्वालियर। पूरे विश्व में भारत फल एवं सब्जी के क्षेत्र में दूसरे स्थान पर है, पर पोस्ट हार्वेस्टिंग मे काफी कमजोर हैं। इस दिशा में मजबूती लाने के लिए कड़े कदमों को उठाने की आवश्यकता है। प्रो. तिवारी ने कहा कि हरित क्रांति से उत्पादन में तो वृद्धि हुई पर प्रोसेसिंग का क्षेत्र इससे अछूता रहा। किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचे इसलिए हमें इस ओर भी ध्यान देना होगा। हमारे देश के युवाओं को विकासशील भारत को विकसित भारत की श्रेणी में लाने के लिए गांवों में खेती के तकनीकी ज्ञान को हर किसान तक पहुंचाना होगा।
यह बात मंगलवार को राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विवि में आयोजित चार दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेले व तकनीकी प्रदर्शनी का भव्य समापन अवसर पर जीवाजी विवि के कुलपति डॉ. अविनाश तिवारी ने मुख्य अतिथि के रूप में कही।इससे पूर्व हजारों किसानों की उपस्थिति में ड्रोन तकनीक का जीवंत प्रदर्शन, अलीराजपुर के लोकनर्तकों की प्रस्तुति, डॉग शो तथा कृषि प्रदर्शनियां आकर्षण का केन्द्र रहीं।
विशिष्ट अतिथि निदेशक अटारी, कानपुर डॉ. शान्तनु कुमार दुबे ने कहा कि 2023 में भारत ने अनाज उत्पादन में 323 मिलियन टन, दलहन उत्पादन में 28 मिलियन टन, तिलहन उत्पादन में 40 मिलियन टन के रिकार्ड उत्पादन के साथ-साथ गुणात्मक वृद्धि की है। परन्तु किसान आज भी इस जद्दोजहद में है कि आमदनी कैसे बढ़े। इसके लिये खेती में जो निवेश खुदरा मूल्य पर खरीदते है व उत्पाद होलसेल में बेचते है हमे इस प्रक्रिया को बदलना होगा ,तभी आमदनी में इजाफा होगा।
विशिष्ट अतिथि पूर्व कृषि वि.वि. छात्र एवं वरिष्ठ भाजपा नेता वेद प्रकाश शर्मा, पूर्व अध्यक्ष बीज निगम महेन्द्र सिंह यादव, जिलाधीश अक्षय कुमार सिंह ने भी अपपे विचार व्यक्त किए। कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरविन्द कुमार शुक्ला ने कहा कि इस किसान मेले को सफल बनाने में सभी किसानों, विश्वविद्यालय के कर्मचारियों, वैज्ञानिकों, विद्यार्थियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. वाय.पी. सिंह ने बताया कि इस किसान मेले में देश के लगभग 15 राज्यों से 250 प्रदर्शनियों को लगाया गया।
उत्कृष्ट कार्य के लिए इनको मिला सम्मान
उत्कृष्ट कार्य के लिए राधेश्याम पाटीदार, गोरीशंकर पाटीदार, जसपाल सिंह, प्रदीप सिंह, संजीव कुमार रघुवंशी, रघुवीर सिंह यादव, प्रमोद शर्मा, श्री मनोज राठी, सुनील यादव, दीपक कुशवाह, उन्नत तकनीकों के अनुसंधान के लिए निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. वाय.पी.सिंह, कृषि वैज्ञानिक डॉ. पुनीत राठौर, डॉ. योगेन्द्र कुमार शुक्ला, डॉ. बसेडिया, डॉ. अमित कुमार यादव आई.टी.एम. विश्वविद्यालय, डॉ. रशिम शुक्ला, हेमांग बक्शी, एग्रीफुड टेक्नोलॉजी, लखनऊ, बॉम्बे शुगर हाइब्रिड लिमिटेड, सर्वश्रेष्ठ शोध के लिये स्नात्तकोत्तर के छात्र एस.के. प्रजापति, सब्जी प्रदर्शनी में रूप सिंह कुशवाह, नाहर सिंह, फल प्रदर्शनी शिवनारायण, कर्ण सिंह जाटव, प्राण सिंह जाटव,नाहर सिंह कुशवाह तथा पुष्प प्रदर्शनी गंगाराम कुशवाह, बलराम सिंह कुशवाह आदि कई अन्य कृषक, वैज्ञानिक एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर निदेशक अनुसंधान सेवाएं डॉ. संजय शर्मा, कुलसचिव अनिल सक्सेना, संयुक्त संचालक डी.एल. कोरी, अधिष्ठाता, उद्यानिकी महाविद्यालय, मंदसौर डॉ. इन्दर सिंह तोमर एवं अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय, डॉ. एस.एस. तोमर भी उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन डॉ. वाय.डी. मिश्रा ने किया।