ग्वालियर में पारा अब 46 के पास, दोपहर में लू भी चली

ग्वालियर में पारा अब 46 के पास, दोपहर में लू भी चली
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ग्वालियर, न.सं.। इस बार उत्तर भारत में बार-बार आए पश्चिमी विक्षोभ और हाल ही में आए चक्रवाती तूफान 'अम्फानÓ की वजह से पारा सामान्य से नीचे ही थमा हुआ था, लेकिन मौसम शुष्क हो जाने से अब पिछले तीन दिनों से पारा तेजी से ऊपर चढ़ रहा है। शनिवार को अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया, जो वर्तमान मौसम में अब तक का सर्वाधिक तापमान है। पिछले सालों की बात करें तो 30 मई 2019 को अधिकतम तापमान 47.2 और 23 व 27 मई 2018 को क्रमश: 46.2 व 46.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम के जानकारों का पूर्वानुमान है कि पारा अभी और ऊपर जाएगा। 25 मई से 3 जून तक चलने वाले रोहिणी नक्षत्र (नौतपा) के दौरान पारा 47 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।

पिछले दिनों की तरह शनिवार को भी मौसम शुष्क रहा। हालांकि दोपहर बाद आसमान में आंशिक बादल भी नजर आए, लेकिन सूरज की तपन पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। साथ ही आठ से दस किलो मीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं, जिन्होंने लू का रूप ले लिया। हालत यह थी कि पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 43 डिग्री सेल्सियस पर था, जबकि दोपहर 2.30 बजे अधिकतम तापमान 45.4 और शाम 5.30 बजे 44.0 डिग्री सेल्सियस पर था। इसके चलते पिछले दिनों की अपेक्षा शनिवार को गर्मी का प्रकोप ज्यादा नजर आया। दोपहर में छाए आंशिक बादल शाम को काफी घने नजर आए। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि दिन में हुई हीटिंग की वजह से बादल बन गए हैं। उन्होंने बताया कि रविवार को जम्मू-कश्मीर में एक सिस्टम आएगा, जिसके असर से ग्वालियर अंचल में भी बादल आ सकते हैं, लेकिन इससे बारिश की उम्मीद नहीं है। साथ ही बढ़ते तापमान पर भी ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। गर्मी का प्रकोप फिलहाल जारी रहेगा।

स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में शनिवार को अधिकतम तापमान 0.7 डिग्री सेल्सियस आंशिक वृद्धि के साथ 45.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 3.8 डिग्री सेल्सियस अधिक है। न्यूनतम तापमान भी 3.7 डिग्री सेल्सियस उछाल के साथ 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 0.2 डिग्री सेल्सियस कम है। इसी प्रकार सुबह हवा में नमी 19 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सामान्य से 14 प्रतिशत कम है, जबकि शाम को हवा में नमी 14 प्रतिशत दर्ज की गई। यह भी सामान्य से 05 प्रतिशत कम है।

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