चिकित्सक का अपहरण करने वालों का पर्दाफाश, पिता की चालाकी से पकड़े गए बदमाश फिरौती देते समय लिया था फोटो
बदमाशों का निकला सड़क पर जुलूस
ग्वालियर, न.सं.। दिनदहाड़े चिकित्सक पर कट्टा अड़ाकर अपहरण कर फिरौती वसूलने वाले बदमाशों का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए पकडऩे में सफलता अर्जित कर ली है। बदमाश अपहरण की घटना को अंजाम देने के बाद घूमने चले गए थे। फिरौती की रकम से अपने शौक पूरा कर रहे थे। पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से घटना में इस्तेमाल कट्टा फिरौती के पैसों से खरीदे मोबाइल और एक लाख रुपए बरामद कर लिए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि 20 जुलाई को चिकित्सक प्रमोद पहाडिय़ा का दिनदहाड़े अपहरण करने के बाद फिरौती में चार लाख रुपए वसूलने वाले बदमाशों की तलाश में अपराध शाखा और थाटीपुर थाने की टीमें जुटी हुई थीं। मंगलवार को मुखबिर से सूचना मिली कि बदमाश को चम्बल कॉलोनी थाटीपुर के पास देखा गया है पुलिस ने बिना समय गंवाए बदमाश की घेराबंदी कर दबोच लिया। पकड़े गए बदमाश की पहचान आदित्य प्रताप गौतम निवासी श्रीनगर कॉलोनी सुरेश नगर सरकारी मल्टी के पास के रुप में हुई। जब पुलिस ने आदित्यप्रताप से पूछताछ की तो उसने साथियों के बारे में बता दिया। पुलिस ने आदर्श नगर महाराजपुरा से विकास गुर्जर, मधुसूदन गुर्जर और टीटू गुर्जर को भी दबोच लिया। अपहरण करने वाला मास्टर माइंड आदित्यप्रताप था। वह चिकित्सक प्रमोद पहारिया के यहां पर काम करने के लिए गया था। उस समय उसने क्लिनिक पर मरीजों को देखा तो चिकित्सक के पास मोटा माल होने का अंदाजा लगाकर अपहरण की कहानी रच दी और अपने दोस्तों को साथ मिला मिला। बदमाश अपहरण करने के बाद जो चार लाख रुपए मिले थे उनका बंटवारा कर लिया। घटना के बाद चारों बदमाश खाटू श्याम मंदिर राजस्थान और दिल्ली घूमने चले गए। जबकि विकास व आदित्यप्रताप ने आईफोन खरीद थे। एक लाख पांच हजार प्रत्येक बदमाश के हिस्से में आए थे। पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से कट्टा एक लाख नगदी और दोनों वह मोबाइल जो फिरौती की रकम से खरीदे थे। पुलिस ने चारों बदमाशों को रिमांड पर लेकर घटना के बारे में पूछताछ प्रारंभ कर दी है।
चिकित्सक के पिता ने खींच लिया था फोटो-
अपहरण की रकम लेेने चिकित्सक के घर मास्टर माइंड आदित्यप्रताप गौतम गया था। रकम लेते समय प्रमोद पहाडिय़ा के पिता ने बदमाश का मोबाइल में फोटो खींच लिया। बदमाश चार लाख रुपए लेकर चला जब उसे पता चला कि उसका फोटो खींच लिया है तो वह वापस घर लौटा और उनसे फोटो मोबाइल से हटवाया लेकिन तब तक वह अपने बेटे प्रमोद को भेज चुके थे। चिकित्सक ने अपहरणकर्ताओं के कब्जे से छूटने के बाद पुलिस को आदित्य प्रताप का फोटो दे दिया था।
यह थी घटना-
20 जुलाई को चिकित्सक प्रमोद पहाडिय़ा कार से घर लौट रहे थे तभी बदमाशों ने उनका न्यू सुरेश नगर दीपांजलि नर्सिंग होम के पास अपहरण कर लिया था। बदमाश झंासी रोड हाइसे होते हुए डबरा और फिर दतिया तक ले गए। इस दौरान बदमाशों ने चार लाख रुपए फिरौती ले ली थी। तीन चार घंटे के करीब बदमाशों के कब्जे में रहने के बाद उनको चालीस रुपए और इंतजाम करने की धमकी देकर रिहा कर दिया था।