आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंम्प्यूटर साइंस का सबसे उन्नत रूप : केशव पाण्डेय

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंम्प्यूटर साइंस का सबसे उन्नत रूप : केशव पाण्डेय
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देश की पहली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लेब का हुआ शुभारंभ, फायनेंस आधारित सोफ्टवेयर का होगा निर्माण

ग्वालियर/वेब डेस्क। प्रेडिको ग्लोबल रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की प्रेडिको आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) लेब का रविवार को शुभारंभ हुआ। कंपनी के खेडापति रोड स्थित नंदगिरि टॉवर में संचालित कार्यालय में प्रमुख समाज सेवी एवं वरिष्ठ पत्रकार डॉ. केशव पाण्डेय के मुख्यातिथ्य में लेब का शुभारंभ समारोह आयोजित किया गया। साडा के पूर्व अध्यक्ष जय सिंह कुशवाह विशिष्ट अतिथि एवं एमआईटीएस के प्रो. आरएस जादौन, जीवाजी विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. संजय गुप्ता एवं सेवानिवृत डिप्टी कमांडेंट महेश गुप्ता मुख्य वक्ता थे।

कंपनी के फाउंडर सनी रैली ने स्वागत भाषण के साथ ही लेब की गतिविधियों की जानकारी दी और बताया कि पांच साल पहले प्रेडिको ग्लोबल रिसर्च प्रा. लि. की स्थापना की गई। यह कंपनी फायनेंस से संबंधित एआई आधारित सोफ्टवेयर को डवलप करने का काम करेगी। यह देश में एकलौती फायनेंस लेब है।

मुख्य अतिथि डॉ. केशव पाण्डेय ने कहा कि आधुनिक युग में एआई से क्रांतिकारी परिवर्तन आने वाला है। क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को कंम्प्यूटर साइंस का सबसे उन्नत रूप माना जाता है। इसमें एक ऐसा दिमाग बनाया जाता है, जिससे कंम्प्यूटर सोच सके। यानी कंम्प्यूटर का ऐसा दिमाग, जो इंसानों की तरह सोच सके। या कह सकते हैं कि एआई एक मशीन में सोचने-समझने और निर्णय लेने की क्षमता का विकास करेगी।

उन्होंने कहा कि प्रेडिको एआई लेब भारत की पहली लेब है, जो देश-दुनिया में ग्वालियर को नई पहचान दिलाएगी। आई के क्षेत्र में यह लेब एक नया इतिहास लिखेगी। वक्ताओं ने भी एआई के महत्व और उसकी उपयोगिता के बारे में सारगर्भित जानकारी दी। उनका कहना था कि आने वाले समय में 75 फीसदी मानवीय कार्य एआई के माध्यम से होंगे। जो तकनीकी रूप से बेहतर तरीके से किए जा सकेंगे। संस्था के फाउंडर प्रियंक गुप्ता ने आभार व्यक्त किया।

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