ग्वालियर में बंद होने लगे ट्रैफिक सिग्नल, लंबे जाम में फंस रहे वाहन
ग्वालियर। शहर के यातायात सिग्नलों की टाइमिंग गड़बड़ हैं। यातायात भार के हिसाब से कहीं ज्यादा तो कहीं कम और कहीं तो कई दिनों से सिग्नल ही ब्लिंकर पर हैं। इसके चलते लोग असमंजस में हैं। टाइमिंग की गड़बड़ी के चलते लोग जाम में फंस रहे हैं। यातायात सुधार के लिए चौराहों पर लगे ट्रैफिक सिग्नल ही अब जाम लगाने लगे हैं। स्वदेश संवाददाता ने शहर के ट्रैफिक सिग्नलों की पड़ताल की, तब यह हकीकत सामने आई। कहीं ट्रैफिक लोड बहुत कम है, लेकिन फिर भी टाइमिंग अधिक है। जहां ज्यादा है, वहां कम समय के लिए सिग्नल ग्रीन हो रहा है। इससे रोज जाम के हालात बन रहे हैं। इसके पीछे बड़ी वजह है, सिग्नल लगाने से पहले किसी तरह का अध्ययन या विश्लेषण कर यह सिग्नल नहीं लगाए गए। यातायात सिग्नल भार के हिसाब से संचालित नहीं हो रहे।
पड़ाव चौराहा: पड़ाव चौराहे पर लगे सिग्नल को पार कर फूलबाग की ओर जाने व फूलबाग से स्टेशन के लिए वाहन चालकों को पीक टाइम (सुबह 11 से 6 बजे के बीच) में 100 मीटर से अधिक लंबे जाम में फंसना पड़ता है।शुक्रवार को दोपहर 3 बजे संवाददाता ने देखा कि आधे पुुल तक वाहनों की कतार थी। ऐसा ही हाल फूलबाग से स्टेशन की ओर का था। इस जाम से निकलने में सात से आठ मिनट का समय लगता है। जाम लगने के बाद दोपहिया वाहन तो रास्ता बदलकर नए पुुल के पास के वैकल्पिक मार्ग से निकल जाते हैं, लेकिन चारपहिया वाहनों को जाम में फंसने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यहां पर 80 सेकेंड की टाइमिंग सेट की गई है, जबकि यहां पर 60 सेंकेड से ज्यादा की जरुरत नहीं है।
चेतकपुरी चौराहा-
चेतकपुरी चौराहा स्थित ट्रैफिक सिग्नल की टाइमिंग गड़बड़ाई हुई है। जो वाहन जीवाजी क्लब से आते हैं, वहां की टाइमिंग अधिक है। यहां ट्रैफिक लोड अधिक होने से जाम लगने लगता है। वहीं माधवनगर से आने वाले वाहन काफी कम देर के लिए रुकते हैं। जो वाहन झांसी रोड से चेतकपुरी चौराहा होते हुए जीवाजी क्लब की ओर आते हैं, उन्हें तो बेवजह रोका जाता है। दिन में लोडिंग वाहनों के कारण यहां जाम लगता है।
नदीगेट पर लगे सिग्नल बंद
नदी गेट पर लगे सिग्नल को पार कर जयेंद्रगंज की ओर जाने के लिए वाहन चालकों को पीक टाइम (शाम 6 से 9 बजे के बीच) में 100 मीटर से अधिक लंबे जाम में फंसना पड़ता है। यह हाल तब है जब सिग्नल बिलंकर करके रखे है।
एंबुलेंस भी फंस जाती हैं
इस ट्रैफिक सिग्नल पर एंबुलेंस भी फंस जाती है, क्योंकि इसी मार्ग से अस्पताल रोड व जेएएच जाने के लिए भी मार्ग है। गुरुद्वारे से जयेंद्रगंज की तरफ जाने के लिए नदी गेट चौराहे को पार करना एक बड़ी मुसीबत के समान है। कई बार 100 मीटर के मार्ग को पार करने में सात से आठ मिनट लग जाते हैं। जाम में फंसने पर वाहनों के धुएं से हालत खराब हो जाती है। लोगों को यहां घबराहट व आंखों में जलन होने लगती है।