टीकाकरण की वजह से वर्तमान में ओमिक्रोन ज्यादा प्रभावी नहीं : ज्योतिरादित्य सिंधिया
ग्वालियर। बड़े पैमाने पर हुए टीकाकरण की वजह से वर्तमान में ओमिक्रोन ज्यादा प्रभाव नहीं डाल पा रहा है। फिर भी हमें पूरी तरह सावधानी बरतने की जरूरत है। कोविड अनुरूप व्यवहार के पालन के साथ-साथ सभी ऐहतियाती उपाय जरूरी हैं। पुराने अनुभव बताते हैं कि कोरोना वायरस तेजी के साथ अपना रूप बदलता है। इस बात को ध्यान में रखकर हमें हर समय कोरोना से निपटने की पुख्ता तैयारियां रखनी हैं।
यह निर्देश केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को डिस्ट्रिक्ट क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप और संबंधित अधिकारियों की बैठक में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिये की गई तैयारियों की समीक्षा करते हुए दिए। बैठक में उन्होंने डीआरडीओ ग्वालियर में कोरोना सेम्पल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि राज्य अथवा केन्द्र सरकार जहां से भी डीआरडीओ में जीनोम सीक्वेंसिंग कराने की अनुमति की जरूरत होगी वहाँ से अनुमति दिला दी जायेगी। बैठक में सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने डीआरडीओ ग्वालियर में जीनोम सीक्वेंसिंग कराए जाने की ओर ध्यान आकर्षित किया था।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने बैठक में जोर देकर कहा कि शहर के साथ-साथ ग्रामीण अंचल में भी प्रमुखता के साथ कोरोना की जाँच कराई जाए। उन्होंने कहा कि लक्षण दिखाई देने पर जो लोग स्वयं कोरोना की जाँच कराने आते हैं और जिनकी जाँच सरकारी अमले द्वारा अभियान के तहत की जाती है, दोनों तरह की जाँचों की अलग-अलग संक्रमण दर (पॉजिटिविटी रेट) निकालें, जिससे सही-सही संक्रमण दर का पता लगे और मरीजों की बेहतर देखभाल की जा सके।
डोर टू डोर सर्वे कर शत प्रतिशत बच्चों का कराएँ टीकाकरण -
सिंधिया ने कहा कि डोर टू डोर सर्वे कर 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के शत-प्रतिशत बच्चों को कोरोना के टीके लगवाएं। उन्होंने कहा बीएलओ, नगर पालिका निगम के कर्मचारी, ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत के कर्मचारी मिलकर इस काम को अंजाम दें। बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों से भी उन्होंने आग्रह किया कि इस पुनीत काम में आप सब भी सहयोग करें। सिंधिया ने 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्गों को तेजी के साथ प्रिकोशन डोज लगाने पर भी विशेष बल दिया। कहा कि सभी स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंट लाईन वर्कर्स को भी प्रमुखता के साथ प्रिकोशन डोज लगवाए जाएं।
पॉजिटिविटी रेट में आई गिरावट -
कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बैठक में जानकारी दी कि पिछले एक हफ्ते में कोरोना संक्रमण दर (पॉजिटिविटी रेट) में कमी आई है। उन्होंने बताया कि जिले में तीसरी लहर के दौरान अधिकतम पॉजिटिविटी रेट 16.25 प्रतिशत तक पहुँची थी, जो अब घटकर 9.27 प्रतिशत पर आ गई है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जिले में वर्तमान में कुल 3 हजार 335 एक्टिव कोरोना केस हैं। इनमें से मात्र 55 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। शेष मरीज घर पर ही आइसोलेट होकर अपना इलाज करा रहे हैं। कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से दिन में दो बार घर पर आइसोलेट मरीजों से संपर्क किया जाता है। साथ ही सभी को घर पर ही दवाएँ पहुँचाई जा रही हैं। उन्होंने जानकारी दी कि जिले में वर्तमान में 257 माइक्रो कंटेनमेंट जोन एक्टिव हैं। कलेक्टर ने कोविड से निपटने के लिये अस्पतालों में की गई व्यवस्थाओं पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।
कमाण्ड सेंटर से फोन और वीडियोकॉलिंग से जाने कोरोना मरीजों के हालचाल -
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बैठक से पहले स्मार्ट सिटी के कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर का जायजा लिया। उन्होंने यहाँ संचालित कोविड हैल्पलाइन सेवा से टेलीफोन और वॉट्सएप वीडियो कॉलिंग के जरिए होम आइसोलेट मरीजों से बात कर उनके हालचाल जाने। उन्होंने तानिया व मृगांक सहित अन्य मरीजों से चर्चा की। एलआईसी में पदस्थ लक्ष्मी का कहना था कि कमाण्ड सेंटर द्वारा सतत संपर्क रखकर हमें सलाह दी जाती है। साथ ही दवायें मुहैया कराई गई हैं। इसी तरह मृगांक बोले कि हमारा आप सबको दिल से धन्यवाद है। प्रशासन ने हमारा पूरा ख्याल रखा है।