वाह री नगर निगम बनी सड़क उखाड़ी,अवैध कॉलोनी में अमृत के तहत डल रही पानी की लाइन
ग्वालियर, न.सं.। नगर निगम में यहां के अधिकारी एक ओर तो सड़क बनाने का काम कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर उसे उखाड़कर बदहाल भी कर रहे हंै। जिससे समूचा शहर गड्ढों में तब्दील है। कहने को निगम की शर्तों के मुताबिक अमृत के ठेकेदार को सड़क खोदने के बाद उसे वापस बनाना चाहिए। किंतु ठेकेदार पर कृपा दृष्टि के कारण ऐसा कहीं भी दिखाई नहीं दे रहा है। कुछ ऐसा ही एक मामला गुरुवार को गोले का मंदिर क्षेत्र की नारायण विहार कॉलोनी में देखने को मिला। यह कॉलोनी अवैध है फिर भी अमृत योजना के अधिकारियों ने यहां पेयजल लाइन बिछाने का निर्णय ले लिया।
गुरुवार को कॉलोनी के मुख्य मार्ग पर थ्रीडी मशीनों से हाल ही में बनी सीमेंट कंक्रीट सड़क को खोदा जा रहा था, जिससे देख वहां के रहवासी अचरज में थे कि क्या यह सड़क खुदने के लिए बनाई गई थी। यहां यह भी बता दें कि बीते रोज निगमायुक्त संदीप माकिन ने अमृत व जन कार्य विभाग के अधिकारियों को साफ कह दिया था कि सड़क बनाने से पहले अमृत के सभी काम पूरे किए जाएं। उसके बाद ही सड़क डाली जाए। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा था कि बारिश में सड़कों का रेस्टोरेशन कराए जए। लेकिन अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत से धड़ाधड़ बनी हुई सड़कों को उखाड़कर अमृत के लिए पानी की लाइन डाली जा रही है।
बीते वर्ष दो मजदूरों की हो चुकी है मौत
वार्ड 21 के नारायण विहार कॉलोनी में बीते वर्ष जुलाई माह में दो मजदूरों की मिट्टी धसकने से मौत हो गई थी। जिसमें मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की राशि दी गई थी। सीवर लाइन डालने और एसटीपी निर्माण का काम गुजरात की जयंती सुपर कंस्ट्रक्शन कंपनी को सौंपा था। कंपनी ने भी पेटी कॉन्ट्रेक्ट पर काम दे दिया था, जिसके चलते मजदूरों की जान गई थी।
इनका कहना है-
अमृत योजना के ठेकेदार द्वारा नारायण विहार में खोदी जा रही सड़क को पुन: बनाया जाएगा। ज्यादा जानकारी जागेश श्रीवास्तव दे सकेंगे।
ए.पी.एस. भदौरिया,उपायुक्त ग्वालियर पूर्व, नगर निगम
नारायण विहार कॉलोनी में पानी की लाइन डलना प्रस्तावित थी फिर भी यहां पहले सड़क बनवा दी गई और अब उसे उखाड़ा जा रहा है। यह निगम के कोष की बर्बादी है।
-चतुर्भुज धनोलिया,पूर्व पार्षद