विद्यार्थियों ने सीखी परन, आमद ,प्रमेलू ओर तिहाई बंदिशें
ग्वालियर। राजा मान सिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के कथक नृत्य विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय कथक कार्यशाला का आयोजन किया गया। फेसबुक लाइव के माध्यम से आयोजित हुई इस वर्चुअल कार्यशाला में मुख्य अतिथि के तौर पर कथक नृत्यांगना इशीरा पारिख ने भाग लिया।
इशीरा पारिख ने अपने व्याख्यान में धैर्य का महत्व बताते हुए कहा कि धैर्य रखना सबसे जरूरी है। बताया के आज के जमाने मे चुनोतियाँ ज्यादा हो गयी है। उन्होंने कथक नृत्य की बारीकियां सिखाते हुए कहा की ताल के अंदर रह कर अपनी बात कैसे प्रस्तुत करनी चाहिए। साथ ही जो शिक्षा हमने ली है, उसका आदर करते हुए अपनी नृत्य को कैसे आगे बढ़ाये।उन्होंने बताया के हर समय के कलाकारो को अपना योगदान देना ज़रूरी है। उन्होंने पारण, आमद ,प्रमेलू ,ओर तिहाई जैसी बंदिशो की शिक्षा दी।
इस कार्यशाला का आयोजन विश्वविद्यालय के कथक नृत्य विभाग की अध्यक्ष डॉ. अंजना झा ने किया ।डॉ झा ने कार्यक्रम के अंत में इशीरा पारिख एवं कुलपति शिव शेखर शुक्ला का आभार प्रदान किया।