ग्वालियर के युवा उद्यमी स्मार्ट सिटी के साथ मिलकर बनेंगे आत्मनिर्भर
ग्वालियर, न.सं.। विश्वव्यापी कोरोना महामारी के दौर में किसी भी देश का आत्मनिर्भर बनना सबसे अहम कार्य है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के प्रति समर्पण का आह्वान भी किया है। प्रधानमंत्री के इस संदेश को सार्थक रूप देने के लिए स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन ने शहर के युवा उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक योजना तैयार की है। इस योजना के तहत युवा उद्यमी स्मार्ट सिटी के साथ मिलकर आत्मनिर्भर बनने का काम करेंगे।
स्मार्ट सिटी द्वारा इंक्यूबेशन सेंटर ड्रीम हैचर के माध्यम से शहर के स्टार्टअप को परीक्षण, सलाह तथा एक पटल प्रदान किया जा रहा है। जहां से वे अपने आइडिया को प्रोडक्ट में ढालकर दुनिया के समक्ष ला सकते हैं। इनमें से कुछ स्टार्टअप ने स्मार्ट सिटी सीईओ जयति सिंह व अन्य अधिकारियों के समक्ष डेमो के माध्यम से जानकारी दी। इन स्टार्टअप में से कुछ स्टार्टअप के प्रोडक्ट्स को फेज एक से आगे बढ़ाने के लिए चयनित किया गया है।
इन उद्यमियों के विचारों का हुआ चयन
1. तुलिका - सुनील गोयल द्वारा संचालित यह फर्म न्यूजपेपर से पेंसिल बनाती है।ं इस प्रयास में पेपर को रोल कर 100 किलो पेपर में 300 लीटर पानी की बचत होती है। एक अखबार यदि 30 पेज का है तो उस से लगभग 90 पेंसिल बनाई जा सकती हैं। तुलिका पेंसिल की खास बात यह है कि हल्की होने के कारण उपयोगकर्ता को थकावट नहीं होती। ये स्टार्टअप अब तक 30,000 से अधिक पेंसिल विभिन्न संस्थाओं को सप्लाई कर चुका है।
2. वीएन ओरगेनिक्स - आईटीएम की छात्रा निशा निरंजन तथा विकास पटैया द्वारा शुरू किए गए जैविक प्रक्रिया से मशरूम उगाए जा रहे हैं। ये मशरूम बाजार में मिलने वाले अन्य मशरूम से अलग हैं। ये रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने के साथ बेहद पोष्टिक हैं।
3. - फ्यूजन - फलित गोयल ने पुराने वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहन में परिवर्तित करने का प्रोटोटाइप तैयार किया है। लगभग 20,000 रु की लागत से किसी भी पुराने स्कूटर या मोटर साइकिल को उसके मूल रूप (ढाँचे) में रखते हुए इलेक्ट्रिक वाहन में परिवर्तित कर दिया जाता है।
इनका कहना है
सभी स्टार्टअप न सिर्फ वर्तमान की जरूरतों अपितु भविष्य की चुनौतियों को भी विचाराधीन रखते हुए आगे बढ़ रहे हैं। स्मार्ट सिटी का उद्देश्य इन युवाओं को मार्गदर्शन देते हुए ऐसे इनोवेटिव उत्पाद बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
जयति सिंह,मुख्य पालन अधिकारी, स्मार्ट सिटी