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इंदौर की सबसे बड़ी सब्जी मंडी में लगी आग, कड़ी मशक्कत के बाद दमकल ने काबू पाया
इंदौर/वेबडेस्क। मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी सब्जी मंडी देवी अहिल्याबाई होलकर सब्जी मंडी (चोइथराम सब्जी मंडी) में बुधवार दोपहर को भीषण आग लग गई। तेजी से फैली आग ने कई दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। देखते ही देखते कई दुकानें पूरी तरह से जलकर खाक हो गई। आग इतनी विकराल थी कि उसका धुंआ और लपटें दूर से भी देखी जा सकती थी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आगजनी की घटना में फिलहाल किसी जनहानि की सूचना नहीं है।
जानकारी अनुसार शहर के राजेन्द्र नगर मेंं इलाके में स्थित चोइथराम सब्जी मंडी प्रदेश में सबसे बड़ी मंडी है। बुधवार दोपहर अचानक सब्जी मंडी में आग लग गई। आग मंडी के आगे वाले हिस्से में लगी थी। इस हिस्से में फल बिकते हैं। दोपहर का समय होने के कारण मंडी में काफी भीड़ थी। आग की लपटें निकलती देख मौके पर अफरा तफरी मच गई। इस दौरान कुछ लोगों ने बाल्टियों से पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली। इसके बाद में फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। इस बीच आग तेजी से फैलती गई और दूसरी दुकानों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया।
सबसे पहले आग 44 नंबर दुकान में लगी। यह दुकान ओमप्रकाश मनोहरलाल की है। इसके बाद 66 नंबर दुकान भी आग की चपेट में आ गई। आग लगने की वजह से दो हजार खाली बक्से, आठ सौ कैरेट आम के बक्से जल गए। इसके अलावा कम्यूटर, एसी और फर्नीचर भी जल गया। दुकान के बाहर एक आयशर वाहन भी खड़ा था, जिसे चालक हटा नहीं पाया और उसका केबिन भी जल गया। सूचना लगते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई और कुछ घंटे की मशक्कत के बाद इस पर काबू पा लिया गया।
आग लगने के कारणों का नहीं हुआ खुलासा -
आग किस कारण लगी इस बात के पता अभी तक नहीं चल सका है। हालांकि आग इतनी भीषण थी कि दूर से ही काला धुंआ दिखाई दे रहा था। आगजनी की सूचना पाकर सांसद शंकर लालवानी मौके पर पहुंच गए थे।उन्होंने अधिकारियों को तत्काल आग पर काबू पाने के निर्देश दिए। बताया जा रहा है कि मंडी में आग बुझाने के पर्याप्त साधन नहीं थे और न तो दुकानदारों ने अग्निशमन यंत्र रखे थे। इस कारण आग ने विकाराल रूप धारण कर लिया। यदि फायर ब्रिगेड की दमकलें और थोड़ी देर लगाती तो ज्यादा दुकानों में आग लग सकती थी। फिलहाल आग लगने के कारण और नुकसान का आंकलन नहीं हो सका है। जांच के बाद नुकसान की सही जानकारी मिल पाएगी।