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ट्रेनों को खड़ा रखने के लिए नहीं खोजनी पड़ेगी खाली लाइन
इंदौर। इंदौर में लगातार रेल यातायात बढ़ रहा है। इसके चलते की बार ऐसे हालात बन जाते हैं कि ट्रेनों को खड़ा करने के लिए परेशानी हो जाती है। कभी ट्रेन को पलिया तो कभी राऊ में खड़ा करना पड़ता है। अब महू में तीसरी पिट लाइन बन गई है। इसके चलते ज्यादा गाड़ियों को वहां पर खड़ा किया जा सकता है। इससे आने वाले दिनों में कुछ और ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा।
रतलाम मंडल के महू रेलवे स्टेशन से जल्द से तीन से चार लंबी दूरी की ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इन ट्रेनों के मेटेनेंस के लिए वार्ड में तीसरी पिट लाइन काम में आएगी। इसी सप्ताह तक इस तीसरी पिट लाइन का ट्रायल रन किया जाएगा। हालांकि फिलहाल यहां सिर्फ डेमू ट्रेन को ही मेंटेनेंस किया जाएगा। इंदौर रेलवे स्टेशन ट्रेनों का यातायात दबाव बढ़ने से कुछ ट्रेनों का संचालन अब मह से किया जा सकता है। तीसरी पिट लाइन पर पटरी बिछाने का काम पूरा हो चुका है, लेकिन पाइप और बिजली की कनेक्टीविटी अब तक पूरी नहीं हो पाई। इन काम को आगामी सप्ताहभर में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद ट्रेन मेंटनेंस शुरू किया जाएगा।
मीटर गेज का ठप्पा भी हटा
मह रेलवे स्टेशन से मीटरगेज का ठप्पा हट चुका है। ब्रॉडगेज स्टेशन का काम भी पूरा हो चुका है। ट्रेनों में मेंटेनेंस के लिए तीसरी पिटलाइन भी तैयार हो चुकी है ताकि ज्यादा से ज्यादा ट्रेनों का मेंटनेंस महू से किया जा सके। तीसरी पिटलाइन का इसी सप्ताह ट्रायल रन किया जाएगा इसके बाद पैसेंजर ट्रेनों का मेंटनेंस शुरू कर दिया जाएगा।
यह गाड़ियां जा रही महू
यशवंतपुर, महू-नागपुर, महू-भोपाल इंटरसिटी, कामाख्या एक्सप्रेस और हेमू ट्रेन का मेंटनेंस दो पिटलाइन से किया जा रहा है। हब बनने वाला है।
पिछले दिनों रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी कहा था कि इंदौर आने वाले दिनों में रेलवे का हब बनने जा रहा है। छह दिशाओं से रेलवे लाइन इंदौर की ओर आ रही है। इसके चलते आने वाले दिनों में कई गाड़ियां का संचालन हो सकेगा।
फिलहाल डेमू ट्रेन का ही होगा मेंटनेंस
रेल अफसरों ने बताया कि तीसरी पिटलाइन का इलेक्ट्रीफिकेशन नहीं हुआ है। जिसके चलते यहां से सिर्फ डीजल लोको से चलने वाली डेमू ट्रेन का ही मेंटनेंस किया जाएगा। वहीं पुरानी दोनों पिट लाइन पर ट्रेन बढ़ने पर मेंटेनेंस किया जाएगा। महू रेलवे स्टेशन पर तीसरी पिट लाइन बनने के बाद इंदौर से चलने वाली लंबी दूरी की कुछ ट्रेनों का संचालन तो किया जा सकता है, लेकिन मेंटनेंस के इन ट्रेनों को प्लेस करने की जगह कम है।