खरगोन में चार दिन बाद मिली कर्फ्यू में ढील, खुली आवश्यक वस्तुओं की दुकानें

खरगोन में चार दिन बाद मिली कर्फ्यू में ढील, खुली आवश्यक वस्तुओं की दुकानें
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खरगोन। रामनवमी के दिन यहां सांप्रदायिक हिंसा होने के बाद लगे कर्फ्यू में गुरुवार को दो घंटे के लिए ढील केवल महिलाओं के लिए दी गई है। गुरुवार को कलेक्टर अनुग्रहा पी. ने बताया कि सुबह 10 बजे से 12 बजे तक दूध, सब्जी, किराना, उचित मूल्य की दुकान और दवाई की दुकानें खुली रहेंगी।

गैस एजेंसियां इस दौरान गैस का सिलेंडर का वितरण कर सकेंगी। उचित मूल्य की दुकान से केरोसीन का वितरण नहीं होगा। उन्होंने बताया कि कर्फ्यू में यह छूट सिर्फ महिलाओं के लिए है और इस अवधि के बाद किसी के भी घर से बाहर मिलने पर उस पर कार्रवाई की जाएगी। इस अवधि में केवल मेडिकल आवश्यकता के लिए ही वाहन का उपयोग करने को कहा गया है। नागरिक अपने नजदीकी किराना दुकान से ही समान खरीदें।

पुलिस जवान तैनात -

कलेक्टर ने हिंसा से भयभीत लोगों को समझाइश देते हुए कहा है कि यह शहर आपका है। शांति-व्यवस्था कायम रखना प्रशासन की जिम्मेदारी है। आप सुरक्षित हैं। बदमाशों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस चौकियां खोली जाएंगी। पुलिस जवान तैनात रहेंगे। मकानों की दीवारों पर हेल्पलाइन नंबर लिखवाए जाएंगे और हर मोहल्ले से दो-दो लोगों की सूची बनाकर वास्तविक स्थिति की जानकारी ली जाएगी।

आवश्यक सामान खरीदी -

खरगौन शहर में चार दिन से जगह-जगह पुलिस बल तैनात है और कर्फ्यू के दौरान लोगों को घरों से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। गुरुवार सुबह दो घंटे के लिए महिलाओं को कर्फ्यू में के दौरान आवश्यक सामान की खरीदी की।

रामनवमी पर हिंसा -

उल्लेखनीय है कि रविवार को रामनवमी के दिन शोभायात्रा के दौरान संजय नगर क्षेत्र में पथराव और आगजनी की घटनाएं हुई थीं। इसके बाद शहर में सांप्रदायिक हिंसा फैल गई थी, जिसके चलते शहर में कर्फ्यू लगाना पड़ा था। हिंसा मामले में अब तक 101 आरोपितों को गिरफ्तार करने के बाद इनमें से 89 को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है। जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करते हुए उपद्रवियों के 50 से अधिक मकान-दुकानों पर बुलडोजर चलाकर उन्हें जमींदोज कर दिया है।

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