मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का बड़ा ऐलान, मप्र के सभी स्कूलों में अनिवार्य होगी योग शिक्षा

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का बड़ा ऐलान, मप्र के सभी स्कूलों में अनिवार्य होगी योग शिक्षा
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केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि आज योग को वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिली है।

जबलपुर/वेबडेस्क। नौवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की उपस्थिति में जबलपुर के गैरिसन ग्राउंड में आयोजित योग शिविर जा आयोजन हुआ। इस अवसर पर केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, राज्यपाल मंगुभाई पटेल प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं अन्य मंत्री व भाजप नेता शामिल हुए।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहा कि आज संस्कारधानी जबलपुर, प्रदेश, देश ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व योगमय हो गया है और इसका श्रेय जाता है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को, जो आज स्वयं संयुक्त राष्ट्र संघ में दुनिया लिए योग का नेतृत्व कर रहे हैं। योग की इस विधा को जन -जन तक पहुंचाने का कार्य प्रधानमंत्री द्वारा किया जा रहा है। भारत की यह प्राचीन विधा विश्व कल्याण के लिए है। हज़ारों वर्ष पूर्व से अपनाई जा रही हमारी वसुधैव कुटुंबकम् की अवधारणा संदेश देती है कि सारी दुनिया हमारा परिवार है। मनुष्य को हमने जियो और जीने दो का संदेश दिया है, हमारे ऋषि मुनियों ने सर्वे भवन्तु सुखिनः के माध्यम से बताया है कि पहला सुख निरोगी काया है और इसके लिए योग से बड़ा साधन कोई नहीं है। उन्होंने महर्षि पतंजलि को प्रणाम करते हुए उनके अष्टांग योग का उल्लेख किया।

मुख्यमंत्री ने की विद्यालयों में योग की शिक्षा को अनिवार्य करने की घोषणा


मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में सभी का आह्वान किया कि हमें केवल योग दिवस पर योग नहीं करना है, बल्कि इसे अपनी जीवन शैली का हिस्सा बनाना है। यही ऊर्जा देश के विकास में लगानी है। स्वस्थ रहकर ही हम देश की सेवा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैं और हमारे प्रधानमंत्री मोदी प्रतिदिन योग करते हैं। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने फ़ैसला लिया है कि सभी विद्यालयों में योग की शिक्षा को अनिवार्य किया गया है।

वैश्विक स्तर पर नई पहचान


केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि आज योग को वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिली है। वर्ष 2014 से प्रारंभ हुई यह योग यात्रा आज भी जारी है। इस यात्रा की उपलब्धि यह है कि इसमें जन सहभागिता अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है। अब यह जन -आंदोलन का रूप धारण कर चुका है। उन्होंने कहा कि इस बार का अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कई मायनों में विलक्षण है। इसमें ओशन रिंग, योग भारतमाला, योग सागरमाला जैसे कार्यक्रम भी होंगे। आर्कटिक से लेकर अंटार्कटिका महासागर तक के क्षेत्र में योग प्रदर्शन और प्रमुख मेरिडियन लाइन, उस पर पड़ने वाले और उस लाइन के आसपास के 40 से अधिक देशों में योग प्रदर्शन होगा।

योग से शारीरिक मानसिक और वैचारिक स्वास्थ्य -

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि योग से शारीरिक मानसिक और वैचारिक स्वास्थ्य मिलता है। योग शरीर, मन, आत्मा को जोड़ने का विधान है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकसित कर बीमारियों की रोकथाम करता है। इसने हमें वैश्विक आपदा कोविड से उबारने में मदद की है। यही वजह है कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने इसे स्वीकार करके इसकी उपयोगिता सिद्ध की है। आज योग की पहचान पूरे विश्व में है। उन्होंने युवाओं से कहा कि उनके करिअर और जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए योग सशक्त माध्यम साबित होगा। योग को अपने जीवन में अंगीकार करें, सात्विक एवं संतुलित आहार ग्रहण करें। योग के नियमित अभ्यास से विचारों में दुनिया के प्रति सकारात्मक बदलाव आएगा।

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