मुरैना चंबल नदी खतरे के निशान से महज 14 मीटर नीचे, आ सकती है बाढ़ प्रशासन अलर्ट

मुरैना चंबल नदी खतरे के  निशान से महज 14 मीटर नीचे, आ सकती है बाढ़ प्रशासन अलर्ट
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राजस्थान में भारी बारिश के चलते कोटा बैराज से नदी में पानी छोड़ा जा रहा है| इसलिए चंबल नदी मुरैना में खतरे के निशान से महज 14 मीटर नीचे बह रही|

मुरैना| मुरैना में चंबल नदी उफान पर आ सकती है क्योंकि नदी खतरे के निशान से महज 14 मीटर नीचे बह रही है| राजस्थान में भारी बारिश के चलते कोटा बैराज से नदी में पानी छोड़ा जा रहा है| इसलिए चंबल नदी का पानी शाम तक बढ़ सकता है | चंबल का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है| नदी के बहाव में तेजी आ गयी है,पानी बहकर किनारों तक पहुंच चूका है| बाढ़ की आशंका को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट पर है| नदी किनारे और नीचले इलाकों में बसे गावों को खाली कराया जा रहा है| लोगों को ऊंचे इलाकों में जाने के लिए कहा जा रहा है |

पिछले साल की बाढ़ से लिया सबक-

पिछले साल चंबल का रौद्र रूप देखकर और उसकी मचाई तबाही से सबक सीखते हुए| नदी किनारे के घेर,बीलपुर,कुथियाना,भानपुर सहित84 गांव में पानी भर गया था| जिसे वजह से 84 गांववासी पलायन कर ऊँची जगह पर जाकर बस गए थे| हफ्ते भर टेंट में रहे कर नदी का पानी कम होने का इंतज़ार किया था| कई गांव के लोगों ने शासकीय स्कूल में तो किसी ने पंचायत में शरण ली थी| जिला एवं पुलिस प्रशासन का पूरा अमला बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों को बचाने में लग गया था। इस साल कहीं फिर ऐसी ही स्थिति न आ जाए, इसलिए जिला प्रशासन ने पहले से ही तैयारी कर ली है।

प्रशासन अलर्ट फ़िलहाल खतरा नहीं-

सराय छोला थाना प्रभारी अविनाश राठौड़ ने भी राजघाट के पुल और उसके आसपास के हालात का जायजा लिया। ​​​​​​​​​​​​​उन्होंने बताया अभी चंबल खतरे के निशान से नीचे है। घबराने की कोई बात नहीं है। एडीएम सीबी प्रसाद ने बताया कि जिला प्रशासन अलर्ट है। बाढ़ आने पर सारी स्थिति को संभाल लेगा।

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