ज्योतिरादित्य सिंधिया खुद्दार तो कमलनाथ दिग्विजय हैं चुन्नू-मुन्नू: कैलाश विजयवर्गीय

ज्योतिरादित्य सिंधिया खुद्दार तो कमलनाथ दिग्विजय हैं चुन्नू-मुन्नू: कैलाश विजयवर्गीय
X
कार्यकर्ता सम्मेलन में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने दिखाए तीखे तेवर

इंदौर। बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने तुलसी पार्क पर कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने सिंधिया को खुद्दार बताया साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को चुन्नू-मुन्नू बता दिया। बाद में जब उनसे पूछा गया कि चुन्नू-मुन्नू तो छोटे बच्चों से कहा जाता है तो ये दोनों तो काफी बड़े हैं तो कैलाश बोले कि यह दोनों नेता हैं तो बड़े लेकिन इनके दिल छोटे हैं। श्री विजयवर्गीय ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनी तो चुन्नू मुख्यमंत्री बन गया और मुन्नू नोट गिनता था। चुनाव से पहले चुन्नू-मुन्नू ने एक वचन पत्र बनाया चूंकि इनकी बात पर कोई भरोसा नहीं करता था। इसलिए इन्होंने वचन पत्र सिंधिया को थमा दिया। सिंधिया ने भी प्रचार के दौरान बाहें चढ़ा-चढ़ा कर कहा कि दस दिन में कर्जमाफी होगी, लेकिन सरकार बनने के बाद आठ महीने बीते, नौ महीने बीते और दसवां महीना भी बीत गया। इस दौरान जब लोग सिंधिया से कर्जमाफी की बात करते तो सिंधिया कहते कि मैंने सरकार को कह दिया है कि जल्द ही कर्जमाफी होगी और यदि कर्जमाफी नहीं होगी तो मैं सडक़ पर उतर जाऊंगा। सिंधिया की चेतावनी के बाद चुन्नू ने मुन्नू से राय ली तो मुन्नू ने कह दिया कि कह दो सडक़ पर उतर जाएं, तो आप बताईए गद्दार कौन? सिंधिया कांग्रेस में थे लेकिन उनकी रगों में राजमाता का खून बह रहा था। वह गद्दार नहीं खुद्दार हैं। उनको बिकने वाला कहने वाले चुन्नू-मुन्नू दोनों की संपत्ति को जोड़ दिया जाए तो भी सिंधिया के ग्वालियर में बने एक महल की बराबरी नहीं कर पाएंगे। पिछले चुनाव में इनकी सभा में डेढ़-सौ, तीन सौ आदमी आते थे जबकि सिंधिया जी की सभा में हजारों लोग आते थे। उन्होंने यह भी कहा कि देश में मोदी एक्सप्रेस चल रही है जो काम असंभव लगते थे। वे भी मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे हैं। मुन्नू कहते थे कि भाजपा वाले कहते हैं कि रामलला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे पर तारीख नहीं बताएंगे। अब मुन्नू को तारीख भी पता चल गई। तीन साल में दर्शन भी होने लगेंगे तो बुढ़ापे में चुन्नू और मुन्नू दर्शन कर लें जिससे कि इनका अगला जन्म सुधर जाए।

बिगड़ी भाषा पर भी उठाया सवाल:

अपने उद्बोधन के दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मेरा बेटा विधायक है वह कहता है कि पापा कभी आप लोगों के मुंह से ऐसे शब्द नहीं सुने। जैसे कमलनाथ जी बोल रहे हैं जैसे वे कहते हैं शिवराज नालायक है कभी कहते हैं गद्दार है तो कभी कहते हैं कि बिक गए।

Tags

Next Story