सुरखी में 30 साल से कम आयु के मतदाता हो सकते हैं निर्णायक

सुरखी में 30 साल से कम आयु के मतदाता हो सकते हैं निर्णायक
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युवाओं पर भाजपा-कांग्रेस का फोकस

भोपाल । सुरखी विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए मतदान 3 नवंबर को होगा। यहां 4568 वोटर पहली बार वोट करेंगे। ये सभी 18 से 19 साल के हैं। जबकि युवा मतदाताओं यानी 30 साल से कम आयु के वोटर्स की संख्या 58 हजार है। यह विधानसभा क्षेत्र के कुल मतदाता 2 लाख 4 हजार 745 का 28.49 प्रतिशत है। ऐसे में यह युवा मतदाता यहां पर निर्णायक साबित हो सकते हैं। लिहाजा इन मतदाताओं को रिझाने के लिए दोनों ही पार्टियां जुट गई हैं। भाजपा के संभावित प्रत्याशी परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व विधायक पारुल साहू दोनों ही अपने हर भाषण में गरीब, किसान और महिलाओं के साथ इन युवाओं का

जिक्र विशेष तौर पर कर रहे हैं। भाजपा के संभावित प्रत्याशी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के दोनों पुत्र आकाश और आदित्य सिंह राजपूत भी चुनाव में खुलकर प्रचार कर रहे हैं। वे युवाओं को भाजपा की ओर आकर्षित करने लगातार उनसे संपर्क में जुटे हुए हैं। इसके साथ ही भाजपा युवा मोर्चा द्वारा भी यहां पर लगातार जनसंपर्क के कार्य किए जा रहे हैं। वहीं युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता भी क्षेत्र में सक्रिय हैं।

युवाओं को लुभा रही हैं पार्टियां

भाजपा का आरोप है कि इन युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने के वादे पर सत्ता में आई कांग्रेस ने उनके साथ छल किया और एक पैसा भी नहीं दिया। जबकि भाजपा सरकार लगातार युवाओं के लिए विभिन्न विभागों में भर्तियां करती रही है। मुख्यमंत्री घोषणा कर चुके हैं कि सभी नौकरियां मध्यप्रदेश के बच्चों के लिए ही आरक्षित रहेंगी। - कांग्रेस का कहना है कि युवाओं को बेरोजगारी भत्ता मिलता उसके पहले ही सरकार गिरा दी। भाजपा युवाओं के साथ लगातार छल करती रही है। हमारी सरकार में हुई शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद भी युवा बेरोजगारों को जॉइन नहीं कराया। लंबित पटवारी भर्ती का भी निराकरण नहीं किया गया। राहतगढ़-सुरखी में स्वीकृत आईटीआई शुरू नहीं कराए।

जिले में सबसे ज्यादा बुजुर्ग मतदाता सुरखी में

सुरखी विधानसभा क्षेत्र में 60 साल से अधिक मतदाताओं की संख्या 28 हजार 294 है। यह जिले की सभी 8 विधानसभाओं में सर्वाधिक संख्या है। इस प्रकार एक ओर जहां दोनों पार्टियों की निगाहें युवा मतदाताओं पर हैं, वही सीनियर सिटीजन यानी 60 साल से अधिक के मतदाता जो परंपरागत वोटर भी कहलाते हैं, उनकी संख्या भी 28 हजार से अधिक होने के कारण दोनों ही पार्टी उन पर नजर जमाए हुए हैं। 60 साल से अधिक के वोटर में सर्वाधिक संख्या के लिहाज से जिले में दूसरे नंबर पर सागर विधानसभा क्षेत्र है। यहां 28 हजार 256 सीनियर सिटीजन मतदाता हैं। हालांकि यहां मतदान नहीं होना है।

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