Tahawwur Rana Extradition: मुंबई हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा आज पहुंचेगा भारत, तिहाड़ में हाई सिक्योरिटी; NIA कोर्ट में होगी पेशी

Tahawwur Rana India Extradition
Tahawwur Rana India Extradition : नई दिल्ली। 26/11 मुंबई आतंकी हमले के प्रमुख आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया जा रहा है। भारत की कई जांच एजेंसियां, जिनमें राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) शामिल है, उसे विशेष विमान से आज, 10 अप्रैल 2025 को दोपहर तक भारत लाएंगी। राणा ने भारत आने से बचने के लिए अमेरिकी अदालत में कई हथकंडे अपनाए, लेकिन उसकी सारी चालें नाकाम रहीं। विशेषज्ञों का मानना है कि राणा के प्रत्यर्पण से मुंबई हमले में पाकिस्तान सरकार की संलिप्तता उजागर हो सकती है, जो इस मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।
राणा के भारत पहुंचने के बाद उसे तिहाड़ जेल में हाई सिक्योरिटी सेल में रखे जाने की संभावना है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। तिहाड़ जेल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। भारत पहुंचने के तुरंत बाद राणा को दिल्ली की NIA कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां उसका मेडिकल चेकअप होगा। इसके बाद NIA अपनी हिरासत की मांग कर सकती है ताकि मामले की आगे की जांच की जा सके।
NIA की चार्जशीट में क्या?
NIA की 2011 में दायर चार्जशीट के अनुसार, राणा ने अपने बचपन के दोस्त डेविड कोलमैन हेडली की हमले की योजना में मदद की थी। हेडली ने हमले से पहले मुंबई और अन्य शहरों की रेकी की थी।
राणा ने 'इमिग्रेंट लॉ सेंटर' नाम से मुंबई में एक ऑफिस खोला, जो हेडली की गतिविधियों का कवर था। वह अपनी पत्नी के साथ भारत आया और हापुड़, दिल्ली, आगरा, कोच्चि, अहमदाबाद, और मुंबई जैसे शहरों में घूमते हुए हेडली से लगातार संपर्क में रहा। उसका संबंध पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के संदिग्ध अधिकारी मेजर इकबाल से भी बताया गया है।
दोनों ने चाबड़ हाउस और नेशनल डिफेंस कॉलेज जैसे ठिकानों को निशाना बनाने की साजिश रची थी। राणा, जो पाकिस्तान सेना का पूर्व कप्तान और कनाडाई नागरिक है, अपनी इस भूमिका के लिए लंबे समय से भारत की तलाशी सूची में था।
केंद्र सरकार की कूटनीतिक जीत
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राणा के प्रत्यर्पण को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की बड़ी कूटनीतिक सफलता करार दिया है। शाह ने कहा, "26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा को भारत लाया जा रहा है। यह मोदी सरकार की कूटनीति की बड़ी जीत है।
हमारा लक्ष्य भारत के सम्मान, भूमि और लोगों पर हमला करने वालों को न्याय के कटघरे में लाना है।" उन्होंने आगे कहा कि राणा को भारत में मुकदमे और सजा का सामना करना होगा। गृहमंत्री शाह ने बिना नाम लिए कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि 2008 में सत्ता में रहे लोग राणा को भारत नहीं ला सके, जबकि मोदी सरकार ने इस चुनौती को स्वीकार किया और सफलता हासिल की।