वक्फ संशोधन विधेयक पर JPC बैठक में हंगामा: 10 विपक्षी सांसद सस्पेंड, विपक्ष ने लगाया जल्दबाजी का आरोप…

10 विपक्षी सांसद सस्पेंड, विपक्ष ने लगाया जल्दबाजी का आरोप…
X

नई दिल्ली। वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर चर्चा के लिए दिल्ली में आज संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई। बैठक में शामिल 10 विपक्षी सांसदों को एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया। विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया कि उन्हें प्रस्तावित संशोधनों पर रिसर्च और अध्ययन के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया गया।

बैठक में मीरवाइज उमर फारूक की मौजूदगी पर विवाद

JPC की अध्यक्षता कर रहे भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने बताया कि समिति कश्मीर के धार्मिक प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के विचार सुनने के लिए बैठक कर रही थी। लेकिन मीरवाइज को बुलाने से पहले ही समिति के सदस्यों के बीच तीखी बहस हो गई।

विपक्ष का BJP पर आरोप: "जल्दबाजी में पेश हो रही रिपोर्ट"

विपक्षी नेताओं ने भाजपा पर आरोप लगाया कि दिल्ली चुनावों को ध्यान में रखते हुए सरकार वक्फ संशोधन विधेयक पर जल्दी रिपोर्ट पेश करने का दबाव बना रही है। TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने बैठक को "तमाशा" करार देते हुए कहा कि इसे गणतंत्र दिवस के बाद आयोजित किया जाना चाहिए। DMK सांसद ए. राजा ने भी 24 और 25 जनवरी को होने वाली बैठकों को स्थगित करने की मांग की।

हंगामे के चलते बैठक स्थगित, 10 सांसद सस्पेंड

बहस और हंगामे के चलते बैठक की कार्यवाही कुछ समय के लिए स्थगित करनी पड़ी। बाद में समिति ने 10 विपक्षी सांसदों को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने विपक्ष के आचरण की आलोचना करते हुए कहा कि वे संसदीय परंपराओं के खिलाफ काम कर रहे हैं और बहुमत की आवाज को दबाने का प्रयास कर रहे हैं।

31 जनवरी को संसद में पेश होगी रिपोर्ट

JPC अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने बताया कि 24 जनवरी को समिति की आखिरी बैठक होगी, जिसके बाद 31 जनवरी को बजट सत्र के दौरान रिपोर्ट संसद में पेश की जाएगी। उन्होंने कहा, "पिछले छह महीनों में समिति ने 34 बैठकें की हैं। मुझे उम्मीद है कि हमारी रिपोर्ट से जनता को लाभ होगा।"

Next Story