Independence Day: आजादी के समय की ऐसी 10 तस्‍वीरें जो इतिहास में हमेशा के लिए हैं दर्ज...

आजादी के समय की ऐसी 10 तस्‍वीरें जो इतिहास में हमेशा के लिए हैं दर्ज...

महात्मा गांधी के नेतृत्व में चलाया गया दांडी यात्रा

सन 1947 में देश को आजादी भले ही मिल गई लेकिन न जाने कितने लोगों ने अपनी जान इसके लिए गंवा दी। उस दौर की कुछ खास तस्वीरें है जो हमें उस दौर की याद दिलाती है। देखिए वो तस्वीरें-


1946: शिमला में एक मीटिंग के दौरान जवाहर लाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना। इसी मीटिंग में पहली बार जिन्ना ने मुस्लिम राष्ट्र पाकिस्तान की मांग रखी थी। उन्होने मीटिंग में कहा कि हम मुसलामानों को लेकर एक अलग देश बनाना चाहते है जिसका नाम होगा पाकिस्तान। वहां सारे मुसलमान रहेंगे। जिसको सुनकर जवाहर लाल नेहरू बिल्कुल भी खुश नहीं थे क्योंकि वे कभी नहीं चाहते थे कि पाकिस्तान भारत से अलग हो और यहाँ के मुसलमान कहीं और जाएं।


24 मार्च, 1947: ब्रिटेन के पीएम क्लेमेंट एटली ने यह घोषणा की कि अंग्रेज 1948 तक भारत छोड़कर चले जायेंगे। जिसका मतलब था कि भारत को अंग्रेजो से आजादी मिल जाएगी। जिसके लिए यह तय हुआ कि तब तक वायसरॉय लॉर्ड माउंटबेटन भारत में कानून व्यवस्था देखेंगे। यह तस्वीर भी उसी समय की है जब लॉर्ड माउंटबेटन ने स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल के रूम में शपथ ली थी।


1950: पंजाब के अंबाला स्टेशन पर पाकिस्तान से पहुंची शरणार्थियों से भरी ट्रेन। यह तस्वीर तब की है जब भारत पाकिस्तान अलग हो गया। तब तक यह फैसला हो गया था कि मोहम्मद अली जिन्ना पाकिस्तान का कार्यभार संभालेंगे और भारत में पंडित जवाहर लाल नेहरू देश चलाएंगे। इसी के साथ भारत में लोगों को यह भी आजादी दी गई थी कि वे खुद से यह फैसला कर ले कि उन्हें कहां रहना है। अगर वो पाकिस्तान जाना चाहते है तो वहां जा सकते है और अगर भारत में भी रहना चाहते है तो वे यहां रह सकते हैं।


1947 में अंग्रेजो से आजादी और भारत- पाकिस्तान का बंटवारा होने के बाद पहली बार लॉर्ड माउंटबेटन, पंडित जवाहर लाल नेहरू को देश के पीएम पद की शपथ दिला रहे है। यह तस्वीर भारत की आजादी के नजरिए से काफी महत्वपूर्ण है।


15 अगस्त 1947 को आजादी के बाद सदन में सभी नेताओं की मौजूदगी के बीच वायसराय लुइस माउंटबैटन अपना भाषण देतें हुए। इस सभा का संचालन उस समय डॉ राजेंद्र प्रसाद कर रहे थे।


अगस्त, 1942: यह तस्वीर भारत छोड़ो आंदोलन के समर्थकों की है। यह आंदोलन इस उद्देश्य से चलाया गया था ताकि भारत को अंग्रेजो से मुक्त किया जा सके।


ये उस समय की तस्वीर है जब विभाजन के समय पूर्वी पाकिस्तान से आये लोग भारत के पश्चिम बंगाल क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहे थे। ये सभी लोग नाव के जरिये पाकिस्तान से भारत आ रहे थे।


ये 15 अगस्त 1947 की तस्वीर है जब आजादी के बाद महाराजा जीवाजी राव सिंधिया लोगों को संबोधित कर रहे थे।


यह तस्वीर जून, 1947 की है। जब हरिद्वार के शरणार्थीयों के शिविर में पंडित नेहरू और महात्मा गांधी गए हुए थे। इस तस्वीर में दोनों आपस में चर्चा करते हुए दिखाई दे रहें हैं।


इस तस्वीर में जो दिन है उसका इंतजार पूरा भारत बहुत सालों से कर रहा था। इसमें पीएम नेहरू संविधान पर हस्ताक्षर करते हुए दिखाई दे रहें है। जिसे बनाने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था।

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