दिल्ली के कापसहेड़ा इलाके में एक ही बिल्डिंग में 41 कोरोना पॉजिटिव

दिल्ली के कापसहेड़ा इलाके में एक ही बिल्डिंग में 41 कोरोना पॉजिटिव
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नई दिल्ली। दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली के कापसहेड़ा इलाके में एक ही बिल्डिंग के 41 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। 18 अप्रैल को इस इमारत में पहला केस सामने आया था। इसके बाद इस बिल्डिंग को सील कर दिया गया। सभी लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। आज रिपोर्ट आई तो 41 लोग कोरोना संक्रमित मिले। हरियाणा से सटा दिल्ली का कापसहेड़ा काफी सघन इलाका है। इस इमारत में कुल 175 कमरे हैं।

कापसहेड़ा में डीसी ऑफिस के पास ठेके वाली गली में सोनू यादव का मकान है। इसमें 18 अप्रैल को एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया। इलाके में सघन आबादी को देखते हुए प्रशासन ने इस बिल्डिंग को अगले ही दिन यानी 19 अप्रैल को सील कर दिया। हालांकि, गाइडलाइंस के मुताबिक किसी इलाके को सील तब किया जाता है जब वहां 3 से अधिक केस मिल जाएं, लेकिन यहां की आबादी को ध्यान में रखकर प्रशासन ने एक केस मिलने के बाद ही इमारत को सील कर दिया था।

कापसहेड़ा में प्रवासी मजदूरों की बड़ी आबादी रहती है। दिल्‍ली-गुरुग्राम की फैक्ट्रियों में काम करने वाले अधिकतर लोग यहीं रहते हैं। इलाके की बेहद संकरी गलियों में के एक-एक मकान में दर्जनों की आबादी बसती है। बताया जाता है कि करीब सवा लाख लोग इस इलाके में निवास करते हैं। ऐसे में एक बिल्डिंग से 41 मरीज मिलना प्रशासन को बड़ी टेंशन दे रहा है।

कापसहेड़ा इलाका गुरुग्राम से सटा हुआ है। गुरुग्राम प्रशासन ने शुक्रवार सुबह दिल्ली से लगी सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया था। दरअसल गुरुग्राम ऑरेंज जोन में है इसलिए वहां के अधिकारी एक्‍स्‍ट्रा केयरफुल हैं।

कोरोना वायरस से दिल्‍ली बुरी तरह प्रभावित है। शनिवार सुबह के आंकड़े बताते हैं कि राष्‍ट्रीय राजधानी में कोरोना के कुल 3,738 मामले सामने आए हैं। यहां 61 लोगों की मौत कोविड-19 की वजह से हुई है। राहत की बात ये है कि कुल मरीजों में से 1,167 ठीक होकर घर जा चुके हैं। दिल्‍ली का हर जिला रेड जोन डिस्ट्रिक्‍ट है। यहां 100 से ज्‍यादा कंटेनमेंट जोन हैं यानी संक्रमण का खतरा हर इलाके में है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा, "आंकड़ों से हमें लगता है कि दिल्ली में केस बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन दिल्ली में हमने खूब जांच कराने का निर्णय लिया है, ताकि पता चल जाए कि कौन संक्रमित है। उसे अलग कर उसका इलाज कराया जा सके, ताकि वह और लोगों में कोरोना न फैलाए। हम दिल्ली में खूब टेस्ट करा रहे हैं।" दिल्ली में प्रति 10 लाख की आबादी पर करीब 2300 टेस्ट हो रहे हैं।

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