76 वां गणतंत्र दिवस: केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, जेपी नड्डा और एस जयशंकर समेत इन नेताओं ने फहराया ध्वज
76 वां गणतंत्र दिवस
76th Republic Day : नई दिल्ली। 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, जेपी नड्डा और एस जयशंकर समेत कई नेताओं ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया है। जेपी नड्डा ने जहां सुरक्षा में तैनात जवानों को मिठाई खिलाई वहीं शिवराज सिंह चौहान ने गणतंत्र दिवस पर विशेष मेसेज जारी किया है।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली में 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "मैं देशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश लोगों की लगन और मेहनत के कारण सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है। जब संविधान बनाया गया था, तो इसके निर्माताओं की यह कल्पना थी कि 5 साल में एक बार चुनाव होंगे और लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ होंगे लेकिन बाद में परिस्थितियां ऐसी बनीं कि चुनाव अलग-अलग होने लगे और आज स्थिति यह है कि देश में हर 6 महीने में चुनाव होते हैं और इसलिए अब जरूरत है कि देश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ हों।"
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, "गणतंत्र दिवस हमेशा देश के लिए बहुत गर्व का क्षण होता है। मुझे लगता है कि हमने बहुत सारी उपलब्धियाँ हासिल की हैं और हम और भी बहुत कुछ हासिल करने की उम्मीद करते हैं। हमारे विशेष अतिथि के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो हैं। 1950 में, पहले गणतंत्र दिवस पर, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति अतिथि थे, इसलिए यह बहुत उपयुक्त है कि 75वीं वर्षगांठ पर, फिर से, हमारे पास इंडोनेशिया है। यह भौगोलिक और सांस्कृतिक, राजनीतिक और ऐतिहासिक रूप से हमारे लिए बहुत करीबी देश है। मुझे यकीन है कि आज पूरे देश के लिए खुशी का दिन होगा।"
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली स्थित अपने आवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, "मैं 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। संविधान एक जीवंत दस्तावेज है और हमें जीने की राह दिखा रहा है। मैं संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं। हम सभी को 'विकसित भारत' के संकल्प को पूरा करने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, "इंडोनेशिया और भारत के बीच अच्छे संबंध हैं। 75 साल बाद इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो भारत आए हैं।"