दिल्ली पुलिस आयुक्त ने हाइवे पर बिछाई कीलें और सुरक्षा व्यवस्था को ठहराया जायज
नईदिल्ली। दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने मंगलवार को गाजीपुर, टिकरी व सिंघु बॉर्डर पर राज मार्गों पर पुलिस द्वारा खड़े किये गये अवरोधों और किलेबंदी पर किसान नेताओं व मीडिया की आलोचना को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि राजधानी दिल्ली में पिछले दिनों हुए घटनाक्रम को देखते हुए पुलिस ने बाहरी दिल्ली के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम इस बार किये हैं।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि पुलिस बेरिकेड तोड़े जाने, पुलिसकर्मियों पर हमला करने और उपद्रव करने वाले लोगों की कर्रवाई को नजर अंदाज करते हुए पुलिस द्वारा एहतियात के तौर पर उठाये गये सुरक्षा कदमों का ये लोग विरोध कर रहे है।
इसलिए किये सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
किसानों द्वारा 6 फरवरी को 3 घंटे के लिए चक्का जाम करने की घोषणा की गई है, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने अपनी तैयारियां पुख्ता कर ली हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर फिलहाल आठ लेयर में बैरिकेडिंग की गई है और सभी बैरिकेड के ऊपर लोहे के कंटीले तार लगाए गए हैं। ताकि किसान बॉर्डर को पार ना कर सकें।
अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर सुरक्षा
गाजीपुर बॉर्डर की सुरक्षा अंतरराष्ट्रीय सीमा जैसी है। बैरिकेड के ऊपर कंटीले तार लगाए गए हैं। इसके साथ ही सड़क पर नुकीली कीलें लगाई गई हैं। पैदल चलने वाले रास्तों पर भी दिल्ली पुलिस द्वारा कंटीले तार बिछाए गए हैं, ताकि कोई भी व्यक्ति बॉर्डर को पार ना कर सके। सुरक्षा के लिए गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स और केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया है।
घायल पुलिसकर्मियों से की मुलाकात -
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन.श्रीवास्तव पीतमपुरा व डीसीपी ऑफिस आउटर डिस्ट्रिक्ट ने किसान रैली के दौरान हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मियों से मुलाकात की। उन्होंने कहा,"आप सभी वीर है आपने बहुत अच्छा काम किया। दिन हो या रात आप ड्यूटी कर रहे हैं।आपका इलाज सरकारी खर्च से होगा।" उन्होंने बताया की 26 जनवरी को किसान रैली के दौरान हुए हिंसा में 510 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।