Farmer Protest: किसानों ने दिल्ली कूच रोका, शंभू बॉर्डर पर मीटिंग के बाद हुआ फैसला
Farmer Protest : नई दिल्ली। किसानों ने 'दिल्ली कूच' कार्यक्रम रोक दिया है। शंभू बॉर्डर पर बैठक के बाद किसान नेता पंढेर ने यह निर्णय लिया है। कुछ किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ बॉर्डर पर करने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले छोड़ने पर वे अब पीछे हट गए हैं।
हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया था। आरोप लगाया जा रहा है कि, पुलिस रबर बुलेट से फायरिंग की थी जिससे कुछ किसान नेता घायल हो गए। किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राष्ट्रीय राजधानी-दिल्ली की ओर कूच करने का ऐलान किया था।
शंभू बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा, "वे (पुलिस) हमें (दिल्ली) जाने नहीं देंगे। किसान नेता घायल हो गए हैं, हम आगे की रणनीति तय करने के लिए बैठक करेंगे। हमने 'जत्था' वापस ले लिया है, न कि (दिल्ली) मार्च। हमारे 6 किसान घायल हुए हैं। उनका इलाज जारी है।"
किसान संगठनों की मांगें :
किसानों ने अपनी मांगें साफ की हैं, जिनमें सभी फसलों पर एमएसपी की गारंटी, कर्ज माफी, भूमि अधिग्रहण कानून 2013 का पालन, बिजली संशोधन विधेयक 2020 की वापसी, और मनरेगा में बेहतर भुगतान शामिल हैं।
आंदोलन का असर :
किसानों का यह कूच सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। इंटरनेट बंद होने और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आंदोलन व्यापक रूप लेता दिख रहा है। फिलहाल किसानों ने कदम पीछे ले लिए हैं लेकिन आगे की रणनीति पर विचार किया जा रहा है। किसानों की अगली बैठक 16 दिसंबर को हो सकती है, जिसमें दिल्ली पहुंचने के लिए नए तरीके अपनाने पर विचार किया जाएगा।