Gautam Adani: गौतम अडानी पर लगे आरोप, BJP बोली कांग्रेस की सरकार के समय हुई गड़बड़ी भूपेश बघेल से हो पूछताछ
गौतम अडानी पर लगे आरोप, BJP बोली कांग्रेस की सरकार के समय हुई गड़बड़ी भूपेश बघेल से हो पूछताछ
नई दिल्ली। गौतम अडानी पर आरोप लगे और कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार को घेरना शुरू कर दिया। राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कई आरोप लगाए। इस मामले में उन्होंने जांच की मांग की। अब भाजपा नेताओं ने कांग्रेस को आड़े हाथ लेना शुरू कर दिया है। भाजपा सांसद संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि, आरोप पत्र में जिस समय और राज्यों का जिक्र है वह कांग्रेस के शासनकाल का है इसलिए पूछताछ कांग्रेस के नेताओं से भी होनी चाहिए।
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा, "पूरा मामला बिजली खरीद और राज्य वितरण कंपनियों (एसडीसी) पर समझौतों का है। अमेरिका और भारत के बीच बिजली का वितरण, दो कंपनियां हैं - एक भारतीय और एक अमेरिकी कंपनी। चार भारतीय राज्यों के नाम अमेरिकी अदालत में पेश हुए...यह मामला जुलाई 2021 से फरवरी 2022 के बीच का है। उस समय छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार सत्ता में थी...आंध्र प्रदेश में उस समय वाईएसआरसीपी की सरकार थी। तमिलनाडु में DMK और ओडिशा में बीजेडी की सरकार थी। इस तरह आरोप में जिन राज्यों का जिक्र है उन सभी में उस समय पर कांग्रेस और उसके सहयोगियों की सरकारें थीं।"
उन्होंने कहा कि, "अगर उनके किसी पूर्व मंत्री या नेता से पूछताछ की जाती है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है...राहुल गांधी, पीएम मोदी की विश्वसनीयता कम करने का यह आपका पहला प्रयास नहीं है। आपकी मां, पार्टी और आप 2002 से यह प्रयास कर रहे हैं।"
संबित पात्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल का नाम लेते हुए कहा कि, "जब वे सीएम थे उस समय अडानी समूह ने 25 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया। आपने क्यों लिया निवेश। राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार थी तब अडानी समूह ने 65 हजार करोड़ का निवेश किया था।"
"गांधी परिवार और कांग्रेस परिवार ये सहन नहीं कर पा रहा है कि भारत लगातार दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है। इसलिए ये (गांधी परिवार और कांग्रेस परिवार) भारत की मार्केट पर आक्रमण पर आक्रमण कर रहे हैं। आज सुबह चार बजे से इनका पूरा स्ट्रक्चर भारत की शेयर मार्केट को गिराने में लगा हुआ है। इससे करीब 2.5 करोड़ छोटे निवेशकों को नुकसान हुआ है।"