Anurag Thakur Slammed Congress: गाजा पर बड़ी-बड़ी बातें करते हो पर... बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले को लेकर अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर साधा निशाना
Anurag Thakur slammed Congress: नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सांसद अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर चुप्पी साधने के लिए निशाना साधा। ठाकुर ने कहा कि राहुल ने संसद में गाजा के बारे में बात की, लेकिन चल रहे राजनीतिक संकट के बीच पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।
Anurag Thakur 🔥🔥 pic.twitter.com/X9zsIGiNLX
— The Analyzer (News Updates🗞️) (@Indian_Analyzer) August 9, 2024
लोकसभा में शोरगुल के बीच राहुल पर निशाना साधते हुए ठाकुर ने कहा, "हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश में जो कुछ हुआ, उससे हम सभी चिंतित हैं। सभी दलों ने एकमत होकर वहां हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के नेता को बधाई देते हुए हिंदुओं पर हो रहे हमलों के बारे में बात नहीं की। आखिर किस वजह से वह बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा के बारे में बात नहीं कर रहे हैं? उन्हें कौन रोक रहा है? आप गाजा के बारे में बात करते हैं, लेकिन बांग्लादेश के बारे में नहीं।"
प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को राहुल गांधी ने दी थी बधाई
राहुल ने गुरुवार को एक्स पर एक ट्वीट में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने के बाद प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को बधाई दी और कहा कि शांति और सामान्य स्थिति की त्वरित बहाली समय की मांग है। हालांकि, उन्होंने पड़ोसी देश में हिंदुओं पर हमलों का जिक्र नहीं किया, एक बिंदु जिसका ठाकुर ने संसद में अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया। राहुल ने ट्वीट किया, "बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने पर प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को बधाई। शांति और सामान्य स्थिति की त्वरित बहाली समय की मांग है।"
Congratulations to Professor Muhammad Yunus on being sworn in as the head of Bangladesh’s interim government.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 8, 2024
A swift restoration of peace and normalcy is the need of the hour.
बता दें कि, 84 वर्षीय यूनुस ने गुरुवार रात को ढाका में आयोजित एक समारोह में शपथ ली। यह शपथ देश में बड़े पैमाने पर अशांति के बीच ली गई है, जिसके बाद कई सप्ताह तक छात्र नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों के कारण प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देकर भारत भागना पड़ा था।