मां गंगा की सेवा का अवसर हर किसी को नहीं मिलता : सूर्य प्रकाश टोंक
हरिद्वार: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पश्चिम उत्तरप्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र संघचालक सूर्यप्रकाश टोंकजी ने कहा कि मां गंगा की सेवा करने का मौका हर किसी को नहीं मिलता, महाकुम्भ में रहकर जन सेवा करने का अवसर स्वयंसेवकों को मिला है, वह सौभाग्य से मिला है। इस सेवा का फल कुम्भ स्नान से भी अधिक फलदाई है। सूर्यप्रकाश टोंक कुम्भ मेला यातायात व्यवस्था में जाने वाले स्वयंसेवकों के सेवा संकल्प कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि संघ का स्वभाव ही सेवा है। अब तक हजारों अवसरों पर संघ के स्वयंसेवक प्रतिकूल परिस्थितियों में समाज सेवा के लिए सड़कों पर उतरे हैं, लेकिन यह पहला अवसर है, जब अनुकूल परिस्थितियों में सेवा के लिए स्वयंसेवक मोर्चे पर तैनात हो रहा है। महाकुम्भ में पूरे देश से समाज के हर वर्ग से लोग यहां आने वाले हैं। संघ वर्षों से समाज को संगठित करने के लिए प्रयासरत है. हमारे द्वारा किया गया काम श्रद्धालु देखेंगे व महसूस करेंगे, उसे जीवन भर याद रखेंगे।
उन्होंने कहा कि यह केवल अपनी ही नहीं संगठन की भी प्रतिष्ठा का सवाल है। प्रत्येक कार्यकर्ता पर संगठन की जिम्मेदारी है। स्वयंसेवक ने जो गणवेश पहना है, उसकी अपनी एक मर्यादा है, जिसका पालन करना हम सभी का कर्तव्य है।
प्रांत प्रचारक युद्धवीरजी ने कहा कि पूरे प्रदेश के गांव-गांव, शहर-शहर से आए कार्यकर्ता निःस्वार्थ भाव से समाज सेवा के लिए यहां आए हैं। प्रत्येक स्वयंसेवक अपनी स्वेच्छा से कुंभ सेवा के लिए तैयार है। हमारे किसी भी व्यवहार से किसी को नुकसान न हो। इसके लिए हम सभी को शांति, संयम, अनुशासन से कार्य करना है एवं अपने अधिकारी की प्रत्येक आज्ञा का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि व्यवस्था में तैनात स्वयंसेवक मौके पर तैनात पुलिस कर्मियों के सहयोग के लिए है। इसलिए वह प्वाइंट पर तैनात उच्चाधिकारियों के उचित मार्गदर्शन में ही कार्य करें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बाल्मीकि आश्रम के पीठाधीश्वर महंत मानदास महाराज ने कहा कि सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं होता है। संघ के स्वयंसेवक बिना भेदभाव के समाज सेवा के लिए संकल्पित रहते हैं। देश, धर्म, समाज की सेवा करने से ही परम मोक्ष की प्राप्ति होती है। इससे पूर्व क्षेत्र संघचालक ने सभी कार्यकर्ताओं को मां गंगा को साक्षी मान कर संकल्प दिलाया कि वह कुंभ ड्यूटी के दौरान पूर्ण निष्ठा से समाज की सेवा करेंगे। इस मौके पर महंत मानदास महाराज का शॉल देकर सम्मानित किया गया।