टिप्पणी पर बवाल: अमित शाह के बचाव में PM Modi बोले- एक वंश के नेतृत्व वाली पार्टी ने अंबेडकर की विरासत को मिटाने का प्रयास किया
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अमित शाह के बचाव में PM Modi
नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह द्वारा भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी को लेकर विपक्ष हमलावर है। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अमित शाह से इस्तीफे की मांग की थी। अब इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी का बयान सामने आया है। पीएम मोदी ने अमित शाह के बचाव में कहा कि, "एक वंश के नेतृत्व वाली पार्टी ने अंबेडकर की विरासत को मिटाने का प्रयास किया है।"
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा -
अगर कांग्रेस और उसका सड़ा हुआ तंत्र यह सोचता है कि उनके दुर्भावनापूर्ण झूठ उनके कई सालों के कुकर्मों, खासकर डॉ. अंबेडकर के प्रति उनके अपमान को छिपा सकते हैं, तो वे बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं!
भारत के लोगों ने बार-बार देखा है कि कैसे एक वंश के नेतृत्व वाली एक पार्टी ने डॉ. अंबेडकर की विरासत को मिटाने और एससी/एसटी समुदायों को अपमानित करने के लिए हर संभव गंदी चाल चली है।
डॉ. अंबेडकर के प्रति कांग्रेस के पापों की सूची में शामिल हैं:
उन्हें एक बार नहीं बल्कि दो बार चुनावों में हराना।
पंडित नेहरू ने उनके खिलाफ प्रचार किया और उनकी हार को प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाया।
उन्हें भारत रत्न देने से इनकार करना।
संसद के सेंट्रल हॉल में उनके चित्र को गौरवपूर्ण स्थान न देना।
कांग्रेस चाहे जितनी कोशिश कर ले, लेकिन वे इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि एससी/एसटी समुदायों के खिलाफ सबसे भयानक नरसंहार उनके शासन में हुए हैं। वे सालों तक सत्ता में रहे, लेकिन एससी और एसटी समुदायों को सशक्त बनाने के लिए कुछ भी ठोस नहीं किया। हमारी सरकार ने डॉ. अंबेडकर से जुड़े पांच प्रतिष्ठित स्थानों, पंचतीर्थ को विकसित करने का काम किया है।
दशकों से चैत्य भूमि के लिए जमीन का मुद्दा लंबित था। हमारी सरकार ने न केवल इस मुद्दे को सुलझाया, बल्कि मैं वहां प्रार्थना करने भी गया हूं। हमने दिल्ली में 26, अलीपुर रोड को भी विकसित किया है, जहां डॉ. अंबेडकर ने अपने अंतिम वर्ष बिताए थे। लंदन में जिस घर में वे रहते थे, उसे भी सरकार ने अधिग्रहित कर लिया है। जब डॉ. अंबेडकर की बात आती है, तो हमारा सम्मान और श्रद्धा सर्वोपरि है।