जानिए, स्टेशनों पर नियमों में क्या हुआ बदलाव

जानिए, स्टेशनों पर नियमों में क्या हुआ बदलाव
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दिल्ली। आज से देशभर में ट्रेन की पटरियों पर रेलगाड़ियों की आवाजाही भी बढ़ने जा रही है। 100 जोड़ी, यानी कुल 200 नई ट्रेनों का परिचानल शुरू होने जा रहा है। इनमें से 88 ट्रेनें ऐसी होंगी, जो या तो दिल्ली के किसी रेलवे स्टेशन से शुरू होंगी या वहां पर आकर खत्म होंगी या फिर दिल्ली के किसी रेलवे स्टेशन से होकर गुजरेंगी। ये ट्रेनें मेल, एक्सप्रेस, दूरंतो और जनशताब्दी कैटिगरी की होंगी और इनमें एसी और नॉन-एसी, स्लीपर और जनरल, सभी तरह के कोच लगे होंगे। इससे हर वर्ग के यात्री इन ट्रेनों में सफर कर सकेंगे। ये ट्रेनें अभी दिल्ली समेत देश के 15 शहरों से चल रहीं 30 जोड़ी एसी स्पेशल ट्रेनों और श्रमिकों को लाने ले जाने के लिए चलाई जा रही सैकड़ों श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से अलग होंगी। इन ट्रेनों के परिचालन को देखते हुए दिल्ली के रेलवे स्टेशनों पर भी कई खास इंतजाम किए जा रहे हैं, ताकि यात्री सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन रखते हुए यात्रा कर सकें।

दिल्ली के पांच स्टेशनों नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन, आनंद विहार और सराय रोहिल्ला से ट्रेनें चलेंगी या टर्मिनेंट होंगी या यहां से होकर गुजरेंगी। इसे देखते हुए इन सभी स्टेशनों पर पैसेंजर सर्कुलेशन सिस्टम में कुछ बदलाव किए गए हैं, ताकि आने-जाने वाले यात्रियों को एक-दूसरे के संपर्क में आने से रोका जा सके और स्टेशन परिसर में भीड़ भी इकट्ठी ना हो।

दिल्ली से जो 88 ट्रेनें चलेंगी, या टर्मिनेट होंगी या गुजरेंगी, उनमें से सबसे ज्यादा 36 ट्रेनें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से शुरू होंगी या यहां पर आकर खत्म होंगी। वहीं 6 ट्रेनें ऐसी होंगी, जो नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रुकती हुई जाएंगी। वहीं हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन सें 18 ट्रेनें चलेंगी या वहां पर आकर खत्म होंगी, जबकि 4 ट्रेनें वहां से होकर गुजरेंगी। इसी तरह आनंद विहार टर्मिनल से 10 ट्रेनें चलेंगी, जबकि पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, जिसे दिल्ली जंक्शन भी कहा जाता है, वहां से 6 ट्रेनें चलेंगी और 4 ट्रेनें वहां से होकर गुजरेंगी। वहीं सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन से भी 4 ट्रेनें चलेंगी या वहां पर आकर टर्मिनेट होंगी।

रेलवे स्टेशनों पर आने-जाने वाली ट्रेनों की संख्या बढ़ने के साथ ही यात्रियों की तादाद भी बढ़ेगी। चूंकि जाने वाले यात्रियों को ट्रेन के प्रस्थान के समय से 45 मिनट पहले स्टेशन पहुंचने की सलाह दी गई है, ऐसे में एंट्री गेट की तरफ रश भी ज्यादा रहेगा। इस बीच अगर कोई ट्रेन बाहर आती है और स्टेशन पर रुकती है, तो उससे उतरने वाले यात्री एग्जिट करते वक्त एंट्री कर रहे यात्रियों से अलग रहें, इसके लिए पांचों स्टेशनों पर विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।

डीआएम (दिल्ली डिविजन) एस.सी. जैन ने बताया कि अभी तक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से हो रहे श्रमिक स्पेशल और एसी स्पेशल ट्रेनों के परिचालन को देखते हुए पहले यहां के एंट्री एग्जिट सिस्टम में बदलाव किया गया था। एसी स्पेशल ट्रेनों के यात्रियों को एंट्री केवल पहाड़गंज की तरफ से दी जा रही थी, जबकि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के यात्रियों के आने के लिए अजमेरी गेट की तरफ इंतजाम किए गए थे, लेकिन अब सोमवार से रेल यात्री नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहाड़गंज के साथ-साथ अजमेरी गेट की साइड से भी एंट्री कर सकेंगे, लेकिन आने-जाने वाले यात्रियों को अलग रखने के लिए दोनों तरफ पूरे इंतजाम रहेंगे। स्टेशन के दोनों तरफ मेन पार्टिको में दो-दो गेट बने हुए हैं। इन दोनों गेटों के बीच रस्से और बैरिकेड लगाकर एक गेट को एंट्री के लिए और एक को एग्जिट के लिए रिजर्व किया गया है।

साउथ-ईस्ट दिल्ली में स्थित हजरत निजामुद्दीन स्टेशन में वैसे तो आने-जाने के दो रास्ते हैं, लेकिन फिलहाल सराय काले खां की तरफ से एंट्री-एग्जिट को बंद रखा जाएगा। यानी जिन लोगों को निजामुद्दीन स्टेशन से ट्रेन पकड़नी है, उन्हें हजरत निजामुद्दीन इलाके की ओर बने स्टेशन के मेन एंट्रेस की तरफ से ही एंट्री करनी होगी। यहां भी आने-जाने वाले यात्रियों के सेगरिगेशन के लिए अलग-अलग रास्ते रिजर्व किए गए हैं।

दिल्ली जंक्शन या पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर वैसे तो ज्यादातर लोग एसपी मुखर्जी मार्ग के रास्ते चांदनी चौक ओर बने मेन एंट्रेस से ही आते-जाते हैं, लेकिन जब से कश्मीरी गेट की तरफ का रास्ता खुला है, तब से उस तरफ से भी बढ़ी संख्या में यात्री पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन में आने-जाने लगे हैं, मगर सोमवार या उसके बाद जिस भी दिन जिन लोगों को पुरानी दिल्ली से ट्रेन पकड़नी है, उन्हें चांदनी चौक की तरफ से ही जाना होगा, क्योंकि कश्मीरी गेट की तरफ से स्टेशन में एंट्री-एग्जिट बंद रहेगा। चांदनी चौक की तरफ पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में आने-जाने के लिए तीन रास्ते बने हुए हैं। डीआरएम ने बताया है कि इनमें से एक रास्ता एग्जिट के लिए रिजर्व रखा जाएगा, जबकि दो गेटों से लोग एंट्री कर सकेंगे।

यमुनापार के इस सबसे प्रमुख रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग में जाने का वैसे तो एक ही मुख्य रास्ता है, लेकिन अंदर जाकर अलग-अलग प्लैटफार्मों पर आने-जाने के लिए अंडरग्राउंड टनल्स या सब-वे बने हुए हैं, जिनसे होकर यात्री आते-जाते हैं। यहां भी एंट्री और एग्जिट कर रहे यात्रियों के सेगरिगेशन के लिए एक सब-वे को प्लैटफॉर्म पर जाने के लिए और दूसरे को स्टेशन से बाहर निकलने के रास्ते के रूप में रिजर्व कर दिया गया है, ताकि एक जगह भीड़ इकट्ठी ना हो।

इस स्टेशन से दिनभर में केवल 4 ट्रेनें गुजरेंगी, इसलिए यहां एंट्री-एग्जिट के सिस्टम में तो कोई बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन बाकी सारे इंतजाम यहां भी रहेंगे।

रेलवे ने बताया कि सभी स्टेशनों पर सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करने के लिए स्टेशन परिसर में और प्लैटफॉर्म पर मार्किंग की गई है। इसके अलावा थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था रहेगी। जिन यात्रियों के पास कन्फर्म या आरएसी का टिकट होगा, केवल उन्हीं को प्लैटफॉर्म पर जाने की इजाजत होगी। प्लैटफार्म टिकटों की एंट्री बंद रहेगी। लोगों की मदद के लिए कुली उपलब्ध रहेंगे। लोगों से रास्ते के लिए खाने-पीने का सामान साथ लाने के लिए कहा गया है, लेकिन आज से स्टेशन परिसर में बने सभी कैंटीन और खानी-पीने के स्टॉल्स जरूर खुल जाएंगे।

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