Udaipur Panther Attack: उयदयपुर में पैंथर का आतंक, अब तक सात लोगों को बनाया शिकार
Udaipur Panther Terror : राजस्थान। उदयपुर जिले के गोगुन्दा इलाके में पैंथर का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब लेपर्ड ने मंदिर के पुजारी को मार डाला। लेपर्ड ने पुजारी के एक हाथ, गर्दन और छाती के हिस्से को खा लिया। पुजारी का शव जंगल में मिला। बता दें कि अब तक उदयपुर में लेपर्ड सात लोगों को अपना शिकार बना चुका है।
ये है पूरा मामला
बड़गांव की मदार पंचायत के राठौड़ का गुड़ा गांव में हनुमान मंदिर बना हुआ है। यहां पुजारी विष्णु गिरी पूजा-अर्चना करते थे। सोमवार सुबह मंदिर के पास टंकी से पानी भरने आए लोगों ने देखा कि वहां खून बिखरा हुआ है। रास्ते में भी खून के निशान मिले। लोगों ने पुजारी की तलाश शुरू की और जंगल की ओर बढ़े। मंदिर से कुछ ही दूर पुजारी का शव मिला, जिसमें एक हाथ गायब था और गर्दन तथा छाती के हिस्से को खाया गया था। इस सूचना के बाद पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची।
इको सिस्टम की समस्या
डीएफओ अजय चित्तौड़ा ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। वन विभाग की टीम ने लेपर्ड को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया है। वहीं उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत ने वन विभाग और पुलिस प्रशासन के साथ बैठक की। बैठक में तय किया गया कि उदयपुर के इको सिस्टम को ठीक करने के लिए हिरण, सांभर और खरगोश जैसे जानवरों को गोगुंदा और झाड़ोल में छोड़ा जाएगा। इसके साथ ही एक वैन चलाई जाएगी, जो गांव-गांव जाकर लोगों से अपील करेगी कि वे अकेले वन्य क्षेत्र में न जाएं।
लेपर्ड के लिए प्राकृतिक भोजन की कमी
रिटायर्ड सहायक वन संरक्षक सतीश शर्मा ने बताया कि पिछले तीन-चार साल में उदयपुर जिले में लेपर्ड के हमले बढ़े हैं। लेपर्ड का मुख्य शिकार मोर, जंगली मुर्गे, तीतर, बंदर, लंगूर, हिरण, सांभर और नीलगाय होते हैं। इनकी संख्या कम होने से लेपर्ड इंसानों पर हमला करने लगा है। जंगलों के आसपास की आबादी भी बढ़ने लगी है, जिससे लेपर्ड के लिए प्राकृतिक भोजन की कमी हो रही है।
जानिए कब-कब हुए हमले
- 19 सितंबर की सुबह 8 बजे उंडीथल गांव की रहने वाली कमला का हाथ और क्षत-विक्षत शव झाड़ियों में मिला।
- 19 सितंबर की शाम 6:30 बजे भेवड़िया गांव के खुमाराम गमेती को लेपर्ड ने अपना शिकार बनाया।
- 20 सितंबर को सुबह 11 बजे मलारिया खुर्द गांव की एक महिला पर लेपर्ड ने हमला किया, लेकिन वह भागकर अपनी जान बचाने में सफल रही।
- 20 सितंबर को शाम 6:30 बजे उमरिया गांव की हमेरी भील को लेपर्ड ने मार डाला।
- 25 सितंबर की शाम 7 बजे मजावद ग्राम पंचायत के कुडाऊ गांव की 5 साल की बच्ची, बरती, को लेपर्ड ने शिकार बना लिया।
- 26 सितंबर की दोपहर 3 बजे झाड़ोल के सरणा फला में 50 साल के शंकर को लेपर्ड ने मार डाला।
- 28 सितंबर को रात 9 बजे गुर्जरों का गुड़ा गांव की 55 साल की गटू बाई का शव उसके घर से 300 मीटर दूर पहाड़ी पर मिला।
- 30 सितंबर को उदयपुर के राठौड़ों का गुड़ा गांव में पुजारी विष्णु पुरी (65) को मंदिर से घसीटकर 150 मीटर दूर ले जाया गया।