फोन टेपिंग केस में मुख्यमंत्री गहलोत के ओएसडी से अपराध शाखा ने की पूछताछ, ये..है आरोप
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा सोमवार को पूछताछ के लिए रोहिणी स्थित दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के दफ्तर पहुंचे, जहां करीब एक घंटे तक उनसे पूछताछ की गई। राजस्थान में कथित तौर पर हुआ फोन टैपिंग का मामला अभी शांत नहीं हुआ है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा सोमवार को पूछताछ के लिए रोहिणी स्थित अपराध शाखा के ऑफिस पहुंचे। यहां उनसे करीब एक घंटे तक पूछताछ हुई। पूछताछ के बाद लोकेश शर्मा ने कहा कि उनपर फोन टैपिंग का आरोप गलत है।
सोशल मीडिया के माध्यम से एक रिकॉर्डिंग आई
उनके पास सोशल मीडिया के माध्यम से एक रिकॉर्डिंग आई, जिसे उन्होंने अपने पत्रकार साथियों को भेजा, ताकि यह साफ किया जा सके कि किस तरह एक लोकतान्त्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को गिराने की साजिश चल रही है।शर्मा ने कहा कि वे जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं। जांच एजेंसियों को यह जांच करनी चाहिए कि वह ऑडियो किसकी है, उसमें किसकी आवाज है। उन्होंने कहा कि मैं साफतौर पर बता चुका हूं कि इस फोन टैपिंग के मामले में मेरी कोई भूमिका नहीं है। मेरी भूमिका मात्र इतनी है कि सोशल मीडिया के जरिए रिकॉर्डिंग उनके पास आई और उन्होंने इसे सार्वजनिक किया।
शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज
उल्लेखनीय है कि मार्च 2021 में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की शिकायत पर शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। राजस्थान का यह फोन टेप विवाद 2020 का है, जब कांग्रेस नेता सचिन पायलट और अशोक गहलोत गुट के बीच विवाद चल रहा था। उसी विवाद के बीच गजेंद्र सिंह शेखावत और कांग्रेस नेताओं के बीच फोन पर हुई बातचीत का यह ऑडियो क्लिप सामने आया था।
ऑडियो लीक होने पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को ई-मेल भेजकर शिकायत की थी, जिसमें लोकेश शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। अब तक इस मामले में कुल पांच बार अपराध शाखा लोकेश शर्मा को पूछताछ के लिए बुला चुकी है। आज तीसरी बार लोकेश शर्मा ने अपराध शाखा के प्रश्नों का सामना किया है।