राज्यपाल ने विधानसभा में दिया अभिभाषण, राजस्थान सरकार के कोरोना प्रबंधन को सराहा
जयपुर। पन्द्रहवीं राजस्थान विधानसभा का सातवां सत्र बुधवार को राज्यपाल कलराज मिश्र के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ। राज्यपाल मिश्र ने अपने अभिभाषण में पिछले तीन साल के दौरान किए गए 'विकास कार्यों' के लिए राज्य सरकार को बधाई दी और कोरोना प्रबंधन की सराहना की। उन्होंने सरकारी योजनाओं में हासिल उपलब्धियां गिनाईं।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष पूरे देश ने कोरोना की दूसरी लहर की बड़ी त्रासदी देखी है। मैं इस महामारी के दौरान निरंतर सेवा प्रदान करने वाले कोरोना योद्धाओं, चिकित्सकों, नर्स और सफाई कर्मियों का शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने अपने प्राणों की परवाह किए बिना लोगों की सेवा की। इस महामारी में राज्य की जनता ने भी हमारी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है। इसके लिए मैं उन्हें भी धन्यवाद देता हूं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान कोरोना प्रबंधन व रोकथाम के मामले में देश के सर्वश्रेष्ठ प्रदेशों में से एक है। अपने नवाचारों व प्रतिबद्धता की वजह से राज्य सरकार ने प्रदेश को कोरोना प्रबंधन में रोल मॉडल की तरह स्थापित किया है। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना, महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गवर्नमेंट सोशल साइंसेज की स्थापना, शांति एवं अहिंसा निदेशालय के गठन समेत सरकार के अनेक लोक कल्याणकारी कार्यों और निर्णयों का अभिभाषण में उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश की जनता के लिए कोविड-19 जैसे कठिन दौर में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रही। प्रदेश के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए हमने 'सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय' को ध्येय वाक्य मानकर निर्णय लिये और नीतियों का निर्माण किया। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास रहा कि प्रदेश में अमन-चैन का माहौल कायम रहे। प्रदेश में निवास करने वाले सभी धर्म-समुदाय और वर्ग के लोग परस्पर प्रेम और सौहार्द्र के साथ जीवन यापन करें। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि हम सब प्रयास करें कि राजस्थान का हर एक निवासी चिरंजीवी बने, हर महिला के सपनों को उड़ान मिले, युवा को रोजगार का संबल मिले, किसानों का मित्रवत कार्य हो एवं हम सब मिलकर आगे बढ़ते राजस्थान को उत्तरोत्तर आगे लेकर जाएं।
इससे पहले राज्यपाल मिश्र के बुधवार प्रातः 11 बजे विधानसभा पहुंचने पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल, मुख्य सचिव उषा शर्मा और विधानसभा के सचिव महावीर प्रसाद शर्मा ने उनका स्वागत किया। विधानसभा के मुख्य द्वार पर राज्यपाल मिश्र को आरएसी बटालियन द्वारा सलामी दी गई। राज्यपाल मिश्र को अभिभाषण के लिए सदन में प्रोसेशन में ले जाया गया।
राज्यपाल मिश्र ने 11.05 बजे अभिभाषण प्रारम्भ किया और 12.09 बजे पूरा किया। उन्होंने एक घण्टा चार मिनट में पूरा अभिभाषण पढ़ा। इससे पहले राज्यपाल ने विधानसभा में संविधान की प्रस्तावना एवं मूल कर्तव्यों का वाचन भी किया।