प्रधानमंत्री ने राजस्थान को दी पहली वंदे भारत ट्रेन, कहा- गहलोत जी आपके दोनों हाथों में लड्डू है
नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजस्थान को पहली वंदे भारत ट्रेन की सौगात दी। उन्होंने वर्चुअली माध्यम से देश की 15वीं सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।ट्रेन जयपुर से सुबह करीब 11.30 बजे दिल्ली कैंट के लिए रवाना की गई।इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इस ट्रेन से जयपुर से दिल्ली आना जाना और आसान हो जाएगा। ये राजस्थान के पर्यटन में भी बहुत सहायक होगी। वंदे भारत एक्सप्रेस से राजस्थान के पर्यटन उद्योग को अत्यधिक लाभ होग। पिछले 2 महीनों में ये छठी वंदे भारत है, जिसे हरी झंडी दिखाने का मुझे सौभाग्य मिला है।
उन्होंने आगे कहा कि जब से ये आधुनिक ट्रेनें (वंदे भारत) शुरू हुई हैं तब से करीब करीब 60 लाख लोग इन ट्रेनों में सफर कर चुके हैं। तेज रफ़्तार वंदे भारत की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि ये लोगों का समय बचा रही है। तेज रफ़्तार से लेकर खूबसूरत डिजाइन तक... वंदे भारत ट्रेन तमाम खूबियों से संपन्न है।इन्हीं सब खूबियों को देखते हुए आज देश में वंदे भारत ट्रेन का गौरवगान हो रहा है।वंदे भारत एक्सप्रेस 'India First, Always First' की भावना को समृद्ध करती है। मुझे खुशी है कि वंदे भारत ट्रेन आज विकास, आधुनिकता, आत्मनिर्भरता और स्थिरता का पर्याय बन चुकी है। आज की वंदे भारत की यात्रा कल हमें विकसित भारत की यात्रा की ओर ले जाएगी।
रेलवे पर राजनीति हावी -
गहलोत जी भी जानते हैं कि काम तो मोदी ही करेगा...
— BJP (@BJP4India) April 12, 2023
इस भरोसे के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।
- पीएम @narendramodi
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उन्होंने पिछली सरकारों पर तंज कस्ते हुए कहा कि आजादी के बाद रेलवे के आधुनिकीकरण पर हमेशा राजनीतिक स्वार्थ हावी रहा। राजनीतिक स्वार्थ को देख कर ही तय किया जाता था कि कौन रेल मंत्री बनेगा, राजनीतिक स्वार्थ ने ही ऐसी-ऐसी ट्रेनों की घोषणा करवाई जो कभी चली ही नहीं।हालत यह थी कि गरीब की जमीन छीन कर उन्हें रेलवे में नौकरी का झांसा दिया गया। रेलवे की सुरक्षा... स्वच्छता सबकुछ को नजरअंदाज कर दिया गया था। इन सारी व्यवस्थाओं में बदलाव वर्ष 2014 के बाद आना शुरू हुआ।दुर्भाग्य से, रेलवे के आधुनिकीकरण पर स्वार्थी और नीच राजनीति हमेशा हावी रही। बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार ने न तो रेलवे में विकास होने दिया और न ही रेलवे की चयन प्रक्रिया को पारदर्शी होने दिया। 2014 के बाद ही क्रांतिकारी परिवर्तन होने लगा था।
गहलोत के दोनों हाथों में लड्डू -
इस दौरान प्रधानमंत्री ने राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रही तनातनी पर भी चुटकी ली।उन्होंने कहा- 'मैं गहलोत जी का विशेष तौर पर आभार व्यक्त करता हूं कि इन दिनों वह राजनीतिक आपाधापी में...अनेक संकटों से गुजर रहे हैं। इसके बाद भी विकास के काम के लिए समय निकाल कर आए। रेलवे कार्यक्रम में हिस्सा लिया।''आपके दोनों हाथ में लड्डू है। रेल मंत्री राजस्थान से हैं और रेलवे बोर्ड के चेयरमैन भी राजस्थान के हैं। जो काम आजादी के तुरंत बाद हो जाने थे, 70 साल बाद उनके लिए आप मुझ पर इतना भरोसा कर रहे हैं, यही मेरी मित्रता की ताकत है।'