राजस्थान: जोधपुर जेल से बाहर आए रेपिस्ट आसाराम का फूलों से स्वागत, एकांतवास में बिताएगा समय
Rapist Asaram Came out of Jodhpur Jail : जयपुर। राजस्थान हाईकोर्ट से रेप के मामले में अंतरिम जमानत मिलने के बाद 14 जनवरी की देर रात आसाराम भगत की कोठी आरोग्यम हॉस्पिटल से निकलकर पाल गांव जोधपुर में स्थित अपने आश्रम पहुंचे। यहां उनके समर्थकों अनुयायियों ने फूल- मालाओं से किया। यहां भी सेवादारों ने आतिशबाजी करके आसाराम का स्वागत किया। रात 11 बजे आसाराम एकांतवास पर चला गया।
आसाराम के वकील निशांत बोड़ा ने बताया कि हाईकोर्ट में यह याचिका दायर की गई थी, जिसमें आसाराम के इलाज के लिए जमानत मांगी गई थी। इस याचिका में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा गुजरात केस में मिली जमानत का भी हवाला दिया गया था। कोर्ट ने आसाराम के स्वास्थ्य को देखते हुए उन्हें 31 मार्च तक अंतरिम जमानत दी है। इस दौरान, आसाराम को तीन महत्वपूर्ण शर्तों का पालन करना होगा।
इन शर्तों पर मिली जमानत
1. आसाराम अपने अनुयायियों से नहीं मिल सकते हैं, और न ही मीडिया से बात कर सकते हैं। इसके अलावा, वह सार्वजनिक रूप से प्रवचन (Discourse) नहीं दे सकेंगे।
2. आसाराम को तीन गार्ड (Guards) के साथ रहना होगा, जिसका खर्चा वह स्वयं उठाएंगे।
3. आसाराम को केवल अस्पताल या आश्रम में इलाज करवाने की अनुमति दी जाएगी और वह देश के किसी भी आश्रम में रह सकते हैं।
बता दें कि, आसाराम को पहले 7 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट से गुजरात केस में जमानत मिली थी, लेकिन जोधपुर रेप केस (Jodhpur Rape Case) में राहत नहीं मिल पाई थी। इसके बाद आसाराम के वकील ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जहां से उन्हें यह राहत मिली है।
मणाई आश्रम से किया था गिरफ्तार
आसाराम को 2 सितंबर 2013 को जोधपुर के मणाई आश्रम (Manai Ashram) से नाबालिग से रेप के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद 25 अप्रैल 2018 को जोधपुर की स्पेशल पॉक्सो कोर्ट (Special POCSO Court) ने उसे दोषी ठहराया और उम्रकैद की सजा सुनाई।
आसाराम के खिलाफ अन्य जगहों पर भी आरोप लगे हैं, जिसमें गुजरात के गांधीनगर (Gandhinagar) में भी एक महिला ने रेप का मामला दर्ज किया था, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें आजीवन कारावास की सजा भी मिली थी।