गणेश महोत्सव के साथ शुरू हो जाएगी त्यौहारों की धूम, इस दिन से घर-घर विराजेंगे विनायक
वेबडेस्क। गणेश चतुर्थी पर विनायक के विराजने के साथ ही त्यौहारों की धूम शुरू हो जाएगी। त्यौहारों का ये से सिलसिला शुरू होगा वह देव उठनी ग्यारस तक चलेगा। इस बार 10 सितम्बर, शुक्रवार को गणेश चतुर्थी प्रारंभ होगी, जो 10 दिनों के बाद अनंत चतुर्दशी को समाप्त होगी।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, भाद्रपद माह में सबसे बड़ी विनायक चतुर्थी आती है। गणेशोत्सव का प्रथम दिन भगवान गणेश के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसे विनायक चतुर्थी या गणेश चौथ के नाम से भी जाना जाता है। अत: इस त्यौहार को विनायक चतुर्थी भी बोला जाता है। गणेश जी की विधि-विधान के साथ पूजा करनी चाहिए।
विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की विधि-विधान के साथ पूजा जिन जातकों की कुंडली में बुध व केतु ग्रह अशुभ है, वह जातक इस समय गणेश जी की पूजा कर अपने गृह को शुभ कर सकते हैं। इस बार विनायकी चतुर्थी स्वाति नक्षत्र और इंद्र योग में पडऩे के कारण भक्तों को पूजा में शुभ फल की प्राप्ति होगी। विनायक गणेश चतुर्थी शुक्ल पक्ष के 9 व 10 सितम्बर मध्य रात्रि 12.18 से प्रारंभ होकर 10 सितम्बर रात्रि 09.57 बजे तक रहेगी। कोरोना संक्रमण के कारण सार्वजनिक समारोहों और भगवान गणेश की विशाल मूर्तियों पर प्रतिबंध है। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए मूर्तिकार छोटी-छोटी मूर्तियां बना रहे हैं। जिससे भक्त घर में ही भगवान की पूजा-अर्चना कर सकें।