सर्वार्थसिद्धि योग और पुनर्वसु नक्षत्र के संयोग में मनेगी हरियाली अमावस्या
ग्वालियर, न.सं.। हरियाली अमावस्या इस बार 20 जुलाई को मनाई जाएगी। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग, पुनर्वसु नक्षत्र , श्रावण मास का तीसरा सोमवार, सोमवती अमावस्या और स्नानदान श्रावण अमावस्या का विशेष संयोग बन रहा है। यह अमावस्या तिथि 19 जुलाई रात 12 बजकर 10 मिनट से 20 जुलाई रात 11 बजकर 02 मिनट तक रहेगी। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि सर्वार्थ सिद्धि योग रात्रि 9.20 बजे से दूसरे दिन 5.37 बजे तक रहेगा। इससे पर्व की शुभता बढ़ेगी। इसी दिन दीप पूजा भी की जाएगी। हरियाली अमावस्या के दिन पुनर्वसु नक्षत्र के बाद रात्रि में 9.22 बजे से पुष्य नक्षत्र रहेगा
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि सोमवार को यदि पुष्य नक्षत्र रहे तो उसे सोम पुष्य कहते हैं। रात्रि में सर्वार्थ सिद्धि योग भी है। करीब 16 वर्षों बाद पारंपरिक पर्व हरियाली अमावस्या सोमवती अमावस्या का संयोग बना है। यह पर्व हरा-भरा खेत-खलिहान किसानों की समृद्धि और पर्यावरण की सुरक्षा का संदेश देने के साथ मनाया जाता है।
ज्योतिषाचार्य ने बताया कोरोना संक्रमण के चलते इस बार पवित्र नदियों में स्नान करना संभव नहीं है, इसलिए जल में गंगा जल का मिश्रण करके घर पर स्नानदान करें। इससे भी गंगा जल में स्नान के समान पुण्य की प्राप्ति होगी। इस दिन श्रावण मास का सोमवार होने के कारण शिव एवं पार्वती की पूजा की जाती है और शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है। इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा करे व शाम के समय ईशानकोण में एक घी का दीपक अवश्य जलाए जिससे घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और खुशहाली बनी रहती है।