पुष्य नक्षत्र आज, होगी खरीदारी
ग्वालियर। मान्यता है कि शुभ समय में किया गया कार्य स्थाई सुख देता है। शुभ समय में किए गए कार्य में कभी कोई विघ्न नहीं आता है। शुभ समय में किए गए कार्य से घर में सुख, शांति, समृद्धि आती है। ऐसा ही शुभ समय पुष्य नक्षत्र का महायोग बुधवार 31 अक्टूबर को पड़ रहा है, जिसे मिनी धनतेरस भी कह सकते हैं। इस महासंयोग को लेकर शहर के बाजार दुल्हन की तरह सज गए हैं।
इस दिन पूरे दिन खरीदारी का महायोग है। इस महायोग को लेकर कंपनियों ने ग्राहकों को कई प्रकार के ऑफर देना शुरू कर दिए हैं। ज्योतिषाचार्य डॉ. एच.सी. जैन के अनुसार बुधवार 31 अक्टूबर को पडऩे वाले इस महायोग में वाहन, मकान, आभूषण, इलेक्ट्रोनिक्स सामान खरीदना बेहद शुभ है। इस दिन नया व्यापार भी शुरू किया जा सकता है। इस महायोग का लाभ हर व्यक्ति को उठाना चाहिए। डॉ. जैन ने बताया कि पुष्य नक्षत्र सभी 27 नक्षत्रों में विशेष होता है। पुष्य नक्षत्र को सबसे बलवान नक्षत्र कहा गया है। इस नक्षत्र में अलग-अलग दिनों में किया गया अलग-अलग कार्य, अलग-अलग लाभ देता है। पुष्य नक्षत्र बुधवार को सूर्योदय से पूरे दिन और रात्रि 2.33 बजे तक रहेगा। डॉ. जैन के अनुसार इस समय में की गई खरीदारी विशेष फलदायक होती है। डॉ. जैन ने कहा कि इस दिन चाहे चन्द्रमा राशि से अशुभ हो, पर पुष्य नक्षत्र में किए गए कार्य शुभ और स्थाई फल प्रदान करते हैं।
इस प्रकार रहेगा चौघडिय़ा मुहूर्त
-लाभ सुबह 6:27 बजे से 7:50 तक, अमृत 7:50 से 9:14 बजे तक, शुभ 10:37 से 12 बजे तक, राहूकाल अशुभ 12 से 13:24 बजे तक।
-चल दोपहर 2:48 से 4:11 बजे तक, लाभ 4:11 से 5:35 बजे तक, शुभ 7:11 से 8:48 बजे, अमृत 8:48 से 10:24, चल 10:24 से 12 बजे तक।
सभी राशियों के लिए शुभ है महायोग
ज्योतिषाचार्य डॉ. जैन के अनुसार पुष्य नक्षत्र प्रत्येक राशि वालों के लिए कोई भी सामान खरीदने एवं व्यापार करने के लिए श्रेष्ठ है क्योंंकि इसके स्वामी देवता ब्रहस्पति हैं और ग्रह शनि होने से वार के सहयोग से अलग-अलग शुभ कार्य का फल देने वाला बन जाता है।
दिन के अनुसार पुष्य नक्षत्र का प्रभाव
-बुधवार को पुष्य नक्षत्र का योग सभी प्रकार के व्यापार जैसे मकान या दुकान खरीदना, वस्त्र, सोना-चांदी के आभूषण, भूमि, वाहन, मशीन और नया व्यापार शुरू करने के लिए शुभ और स्थाई फल प्रदान करने वाला है।
-गुरुवार को यह नक्षत्र शिक्षा, दीक्षा, धर्म, उपदेश, न्यायालय एवं अनुष्ठान आदि कार्य आरंभ करने के लिए स्थाई शुभ फल प्रदान करता है।